नीतीश कुमार पर लालू यादव के दोनों लाल का पलटवार, ' जितना घोटाला है, उतना तो हिंदी वर्णामाला में संख्या भी नहीं
पटना। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बीते गुरुवार को दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए राजद पर हमला करते हुए कहा था कि जिन्हें बिहार का क-ख-ग नहीं पता उनके पर टिप्पणी करना जरूरी नहीं। इस बयान पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों ने पलटवार किया है। प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने घोटालों से जोड़कर क, ख, ग, घ का मतलब समझाया।
उन्होंने कहा कि क से किसान क्रेडिट कार्ड घोटाला, ख से खाद सब्सिडी घोटाला, ग से ग्रामीण बैंक घोटाला के सरदार ने 15 वर्षों के अपने शासनकाल में जितना घोटाला किया है, उतना तो हिंदी वर्णामाला में वर्णों की संख्या भी नहीं है।
वहीं तेजस्वी यादव ने बताया कि कोरोना में किस तरह से घोटाला हुआ है, यह किसी से छिपा नहीं है। नीतीश कुमार बौखला गए हैं। वहीं कैबिनेट विस्तार पर तेजस्वी यादव ने कहा कि जो भी मंत्री बने हैं वे क्रिमिनल हैं तो कैसे सरकार चलेगी। तेजस्वी यादव ने कहा कि क, ख, ग, घ के विश्वविख्यात ज्ञाता नीतीश कुमार को मैंने विगत अगस्त माह में सदन में सबूत सहित आंकड़े दिये थे। लेकिन वो सुनेंगे क्यों? सुनेंगे तो भ्रष्टाचार रुक जाएगा और नुकसान होगा।
लालू प्रसाद के छोटे बेटे और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि मैंने पहले ही बिहार में कोरोना घोटाले की भविष्याणी की थी। जब हमने घोटाला का डेटा सार्वजनिक किया था तो सीएम ने हमेशा की तरह नकार दिया। सीएम ने आंकड़े नहीं बदलने पर तीन स्वास्थ्य सचिवों का तबादला कर Anti-Gen का वह अमृत मंथन किया कि 7 दिनों में प्रतिदिन टेस्ट का आंकड़ा 10 हजार से एक लाख और 25 दिनों में दो लाख पार करा दिया।
इसके अलावा तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की आत्माविहीन भ्रष्ट नीतीश सरकार के वश में होता तो कोरोना काल में गरीबों की लाशें बेचकर भी कमाई कर लेती। यह साफ हो गया है कि सरकारी दावों के उलट कोरोना टेस्ट हुए ही नहीं मनगढ़ंत टेस्टिंग दिखा अरबों का हेर-फेर कर दिया। हमारे द्वारा जमीनी सच्चाई से अवगत कराने के बावजूद सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बड़े अहंकार से दावे करते थे कि बिहार में सही टेस्ट हो रहे हैं।
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