Snake In Bihar: डसने से सेकंड में हो सकती है मौत, ग्रामीणों ने किया काबू
Russell Viper Snake In Bihar: बारिश की वजह से सांपों के निकलने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। बिहार के विभिन्न ज़िलों से सांपों के निकलने की खबर सामने आ रही है।
Russell Viper Snake In Bihar: बारिश की वजह से सांपों के निकलने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। बिहार के विभिन्न ज़िलों से सांपों के निकलने की खबर सामने आ रही है। वहीं बिहार में दो ज़िलों से एशिया के सबसे ज़हरीले सांप रसेल वाइपर के निकलने की खबर सामने आई है। कुछ दिन पहले खगड़िया जिले से रसेल वाइपर को काफी मशक्कत के बाद स्नैक कैचर ने काबू किया था। वहीं ताजा मामला भागलपुर ज़िले के मीराचक इलाके का है। एक व्यक्ति के घर में शुक्रवार के अहले सुबह रसेल वाइपर देखा गया। जिसके बाद से पूरे इलाके के लोग दहशत में थे। सांप को काबू करने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
अजगर समझकर पकड़ लिया रसेल वाइपर
ग्रामीणों ने बताया कि करीब 15 दिनों से यह सांप मीराचक इलाके में घूम रहा था। कई बार इस सांप को रात के वक्त में भी देखा गया है। शुक्रवार की सुबह एक बच्ची ने सांप को देखा, जिसके बाद उसने स्थानीय लोगों को जानकारी दी। बच्ची ने जैसे सांप के बारे में बाताया सभी लोगों ने काफी मशक्कत कर सांप को पकड़ कर बोरे में डाल दिया। इसके बाद वन विभाग की टीम को सूचना दी गई। वन विभाग की टीम मौक़े पर पहुंची और सांप सुरक्षित रेस्क्यू कर ले गई। ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि यह सबसे ज़हरीला सांप है। उन्होंने तो 3 फीट के सांप को अजगर समझकर पकड़ लिया था।
रसेल वाइपर के डसने से सेकंड में हो जाती है मौत
वन विभाग के अधिकारियों ने जब सांप को देखा तो बताया कि ये अजगर नहीं रसेल वाइपर सांप है। जोकि दुनिया के सबसे ज़हरीले सांपों में छठे नंबर पर गिना जाता है। वहीं रसेल वाइपर एशिया का सबसे ज़हरीला सांप है। इस सांप के काटने से सेकेंड में मौत हो सकती है। ग्रामीणों ने इसे काबू कर लिया यह सराहनीय है, गनीमत रही कि किसी को इस सांप ने डसा नहीं, अगर डस लेता तो उसके बचने की उम्मीद ना के बराबर थी।
खगड़िया में भी मिला रसेल वाइपर सांप
बिहार के खगड़िया ज़िले से भी रसेल वाइपर को काबू करने का मामला सामने आया था, हालांकि वहां वन विभाग की टीम सांप को काबू नहीं कर सकी थी। मुंगेर से स्नैक कैचर को बुलाया गया था। तीन सांपों को रेस्क्यू किया गया जिसमें दो रसैल वाइपर और एक कॉमन करैत सांप था। आईटीआई कॉलेज के पास मवेशियों को रखने वाली जगह पर खतरनाक सांपों ने डेरा जमाया हुआ था। स्थानीय लोगों ने इस बात की जानकारी वन विभाग की टीम को दी। वन विभाग के लोग सांपों को रेस्क्यू करने आए लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली।
स्नेक कैचर करण पाल ने किया सांपों काबू
ग्रामीणों ने मुंगेर के स्नेक कैचर करण पाल से संपर्क साधा। करण पाल ने मौक़े पर पहुंच कर तीनों सांपों को रेस्क्यू किया। जिसके बाग स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। स्थानीय लोगों ने सांप को भगाने की बहुत कोशिश की लेकिन सांप नहीं भाग रहा था। जिसके बाद वन बिभाग की टीम को मामले की जानकारी दी गई। वन विभाग के लोग मौक़े पर पहुंचे, लेकिन जैसे ही उन्होंने ज़हरीले सांपों को देखा तो हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद मुंगेर के स्नैक कैचर से संपर्क किया गया और फिर स्नेक कैचर करण पाल ने कड़ी मशक्कत के बाद सांपों पर काबू पाया।
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