लालू के विधायक की नीतीश को धमकी, न्याय नहीं मिला तो आत्महत्या कर लूंगा
यह धमकी भरा बयान राजद के भोजपुर बड़हरा से विधायक सरोज यादव ने दिया जो 25 मई से पटना के गर्दनीबाग में आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं।
पटना। बिहार में चल रही महा गठबंधन की सरकार में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस बात का सबूत खुद पार्टी के नेता और विधायक दे रहे हैं जहां सरकार में शामिल राज्य की सबसे बड़ी पार्टी राजद के सुप्रीमो पर घोटाले का आरोप लगने से सरकार की किरकिरी हो रही है। लालू प्रसाद यादव के विधायक ने बिहार के मुखिया नीतीश कुमार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मेरी मांग नहीं पूरी हुई तो मै सभी के सामने आत्मदाह कर लूंगा और आप देखते रहना। यह धमकी भरा बयान राजद के भोजपुर बड़हरा से विधायक सरोज यादव ने दिया जो 25 मई से पटना के गर्दनीबाग में आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं।
क्या है मामला?
विधायक का कहना है कि डीएम के द्वारा भ्रष्ट अधिकारियों को बचाया जा रहा है और इस सरकार में पूरी तरह अफसरशाही हावी है, अधिकारी अपने आपको विधायक और सरकार से ऊपर समझते हैं। हमने पूरे मामले की जानकारी मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री सहित मंत्री को दी है । वह मामले की जांच करवाएं अगर इसमें हम दोषी होते हैं तो मैं अपना इस्तीफा देने को तैयार हूं। अगर मुख्यमंत्री के द्वारा ऐसा नहीं कराया जाता है तो मैं यह समझूंगा कि उन्हें अब विधायक की जरूरत नहीं है।
मुख्यमंत्री मुझे जो सजा दे मंजूर है
पटना के गर्दनीबाग मे अनशन पर बैठे राजद विधायक सरोज यादव का कहना है कि हमारे द्वारा जिन विभाग और अधिकारियों पर आरोप लगाया गया है अगर इस आरोप में कहीं से भी मैं गलत हूं तो इसके लिए मुख्यमंत्री मुझे जो सजा दे मंजूर होगा। आपको बताते चलें की विधायक सरोज यादव ने भोजपुर जिले के प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित कई अन्य अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है और इसकी सबूत विभाग के मंत्री के साथ साथ मुख्यमंत्री को भी सौपी है। उनका कहना है कि जनता जिस उम्मीद से मुझे चुनकर विधानसभा भेजी है अगर मैं उम्मीद पर खरा नहीं उतरता तो जनता की नजरों में मैं दोषी हो जाऊंगा ।पर आजकल के सरकार में विधायक को सुनने वाला कोई नहीं है।
भाजपा ने महागठबंधन को लिया आड़े हाथ
वही सत्ताधारी पार्टी के विधायक द्वारा अपने ही सरकार के खिलाफ धरना पर बैठने को लेकर विपक्षी पार्टी BJP ने महा गठबंधन की सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि सरोज यादव के धरने पर बैठने से यह साबित हो जाता है कि बिहार में विकास का कार्य पूरी तरह रुकी हुई है।