एलोपैथिक डॉक्टरों ने काम करना किया बंद तो आयुर्वेद के डॉक्टरों ने कहा- हम मुफ्त में करेंगे इलाज
पटना। शुक्रवार को देशभर में एलौपैथिक चिकित्सकों की हड़ताल है। आईएमए के देशव्यापी हड़ताल के ऐलान के तहत बिहार में भी डॉक्टर सुबह 6 बजे से शाम के 6 बजे तक अपना काम ठप रखेंगे। हालांकि इमरजेंसी और कोरोना की सेवाएं जारी रहेंगी। राज्य के सरकारी और निजी डॉक्टर आज कार्य बहिष्कार करेंगे। केंद्र सरकार द्वारा आयुर्वेद डॉक्टरों को सर्जरी करने की इजाजत देने संबंधी आदेश के खिलाफ बिहार में इस आंदोलन में आईएमए के साथ कई दूसरे संगठन भी शामिल हो रहे हैं। बता दें कि केंद्र सरकार ने आयुर्वेद के डॉक्टरों को भी सर्जरी करने की अनुमति दे दी है।
IMA के सचिव डॉक्टर सुनील कुमार की माने तो उनके संगठन की सभी शाखाओं के डॉक्टर सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक कार्य का बहिष्कार करेंगे। इस हड़ताल में किसी भी दूसरी जरूरी सेवाओं को बाधित नहीं किया जाएगा। हड़ताल में IMA के सहयोगी संगठन JDN और MSN भी शामिल होंगे।
इस हड़ताल में पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल) की ओर से आंदोलन का नेतृत्व डॉ. सदानंद कुमार और अमरकांत झा अमर करेंगे। एनएमसीएच (नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल) की ओर से डॉक्टर सहजानंद प्रसाद सिंह और डॉ. अजय कुमार इस आंदोलन की जिम्मेदारी संभालेंगे।
इसी तरह आईजीआईएमएस में इसमें डॉ. हरिहर दीक्षित जिम्मेवारी संभालेंगे। आयुर्वेदिक चिकित्सक जिम्मेदारी संभालने को तत्पर हैं। आज जहां एक ओर डॉक्टरों ने हड़ताल का ऐलान किया है। वहीं दूसरी ओर आयुर्वेद चिकित्सक आज सेवा पर तैनात रहेंगे।
विश्व आयुर्वेद परिषद की बिहार इकाई के डॉक्टर अशोक कुमार की मानें तो आईएमए के कार्य बहिष्कार के दौरान मानवता की रक्षा के लिए आयुर्वेद डॉक्टर तैनात रहेंगे। संगठन के राष्ट्रीय सचिव शिवादित्य ठाकुर की मानें तो कार्य बहिष्कार के दौरान वैकल्पिक चिकित्सा व्यवस्था हेतु विश्व आयुर्वेद परिषद सहित आयुर्वेद के सभी संगठन तैयार हैं।
IMA के इस हड़ताल को आयुष मेडिकल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मधुरेंद्र पांडेय ने जनकल्याण विरोधी बताया है। उन्होंने कहा कि IMA ने अपना अड़ियल रवैया नहीं छोड़ा तो एलोपैथिक डॉक्टरों का व्यवसायिक बहिष्कार किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस फैसले से आयुष मेडिकल के चिकित्सकों में खुशी है। इसके संबंध में आयुर्वेद व आयुष चिकित्सक लोगों की मुफ्त इलाज करेंगे।