बिहार: नालंदा पुलिस की पहल, 'म्हारी छोरिया छोरों से कम हैं के'
नालंदा पुलिस की ओर से स्कूल-कॉलेजों की छात्राओं को भी यह फिल्म दिखाई जाएगी ताकि बेटियों के प्रति समाज में सम्मान बढ़े।
नालंदा। 'मैं हमेशा ये सोचके रोता रहा कि छोरा होता तो देश के लिए गोल्ड लाता। ये बात मेरे समझ में न आई कि गोल्ड तो गोल्ड होता है, छोरा लावे या छोरी।' हरियाणा के भिवानी जिले के बलाली गांव की बहनों और उनके पिता के संघर्षों पर आधारित आमिर खान की फिल्म "दंगल " आज नालंदा पुलिस जिले की बेटियों को दिखाएगी। Read Also: वायरल हुआ 'दंगल' की गीता और बबिता का डांसिंग वीडियो
एसपी कुमार आशीष ने कहा कि हरियाणा की बेटियों के संघर्ष, लगन व जीत की सच्ची घटना और बेटियों के प्रति एक पिता के समर्पण पर आधारित इस फिल्म को सभी को जरूर देखनी चाहिए। समाज में बेटियों के प्रति जो नकारात्मक अवधारणा रही है, उसको आज के बदलते परिवेश में सकारात्मक सोच के साथ हम सब को मिलकर बदलना होगा। फिल्में इस दिशा मे जागरूकता फैलाने के लिए एक कारगर कदम साबित हो सकती हैं। दंगल फिल्म में ऐसे ही सामाजिक मुद्दे को वास्तविकता का जामा पहनाया गया है। इस फिल्म में कई रंग हैं। लड़कियों के प्रति समाज की सोच, रूढि़वादी परंपराएं, एक व्यक्ति का सपना और जुनून, लड़के की चाह, अखाड़े और अखाड़े से बाहर के दांवपेंच, देश के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना, चैम्पियन बनने के लिए जरूरी अनुशासन और समर्पण जैसी तमाम बातें इस दंगल में समेटी गई हैं।
इसी के तहत नालंदा पुलिस की ओर से स्कूल-कॉलेजों की छात्राओं को भी यह फिल्म दिखाई जाएगी ताकि बेटियों के प्रति समाज में सम्मान बढ़े। प्रायोगिक तौर पर यह फिल्म 4 जनवरी को वंदना सिनेमा में दिखायी जाएगी। वहीं इस स्पेशल शो की सारी टिकटें जिले की बेटियों- छात्राओं के लिए आरक्षित कर ली गई हैं। इस दौरान बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश वर्जित रहेगा। नालंदा जिला पुलिस कप्तान कुमार आशीष की इस अनूठी पहल की नगर आयुक्त कौशल कुमार एवं डिप्टी मेयर शंकर कुमार ने काफी सराहना की है और कहा कि बेटियों को सशक्त करने की दिशा में किए जा रहे प्रयास के साथ नगर निगम भी सहयोग करेगी। वही वंदना सिनेमा के मालिक अवधेश कुमार ने कहा कि यह एक सामाजिक पहल है जिसका हिस्सा बनकर मुझे भी अच्छा लग रहा है। इस आयोजन मे इनर व्हील की सदस्य, नालंदा महिला कालेज की छात्राएं, ब्रह्मकुमारी समूह के सदस्याओं और अन्य जागरूक लोगों का भी सहयोग मिला है। Read Also: गीता और बबीता फोगाट ने देखी 'दंगल', बताया फिल्म में कितना सच है और कितनी कल्पना