बिहार: नगर निगम सफाई कर्मी काम पर लौटे वापस, सरकार की तरफ से मिला ये आश्वासन
सफाई कर्मी की 11 सूत्री मांगों में समान काम का सामान वेतन, सफ़ाई कर्मी को स्थाई करना, वेतन मान में बढ़ोतरी, वेतन समय पर भुगतान हो, सफ़ाई कर्मियों को यूनिफॉर्म और स्वास्थ सेवाओं के लाभ के साथ जीवन बीमा आदी जैसी मांगें थी।
नालंदा,
7
सितंबर
2022।
नगर
निगम
के
सफाई
कर्मियों
ने
सरकार
से
मिले
आश्वासन
के
बाद
आज
(
बुधवार)
को
हड़ताल
खत्म
कर
दिया।
सफाई
कर्मियों
के
एक
दल
ने
सरकार
से
मुलाक़ात
की।
सरकार
की
तरफ़
से
आश्वासन
देने
के
बाद
सफाई
कर्मियों
का
हड़ताल
खत्म
कराया
गया
।
सफ़ाई
कर्मी
संघ
के
ज़िला
उपाध्यक्ष
करण
सुदर्शन
ने
बताया
कि
हमारे
दल
के
लोगों
ने
सरकार
से
मुलाक़ात
कर
अपनी
समस्याओं
से
अवगत
कराया।
जिसके
बाद
विचार
करते
हुए
आश्वासन
दिया
गया
है
कि
उनकी
मांगों
पर
13
सितंबर
को
कैबिनेट
से
प्रस्ताव
पारित
किया
जाएगा।
Recommended Video
आपको बता दें कि पिछले 27 अगस्त से सफाई कर्मी हड़ताल पर चल रहे थे। करीब 12 दिनों से सफ़ाई कर्मियों की हड़ताल चल रही थी। जिसकी वजह से शहर की सफाई की व्यवस्था पूरी तरीके से चौपट हो गई थी। शहर के विभिन्न इलाकों में कूड़े का अंबार लगा था। इस वजह से राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। वहीं स्थानीय लोगों को बीमारियों का भी खौफ भी सता रहा था। बिहार लोकल बॉडीज कर्मचारी संयुक्त मोर्चा एवं बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के बैनर तले 11 सूत्री मांगों को लेकर सफाई कर्मी राज्यव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे।
सफाई कर्मियों की 11 सूत्री मांगों में समान काम का सामान वेतन, सफ़ाई कर्मी को स्थाई करना, वेतन मान में बढ़ोतरी, वेतन समय पर भुगतान हो, सफ़ाई कर्मियों को यूनिफॉर्म और स्वास्थ सेवाओं के लाभ के साथ जीवन बीमा आदी जैसी मांगें थी। अपनी मांगों को लेकर सफ़ाई कर्मी नगर निगम के दरवाजे पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। जिससे आवाजाही में लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। अदोलनकर्मी को हटाने के लिए पुलिस ने डंडा बरसाने और एफआईआर दर्ज करने धमकी भी दी थी लेकिन सफाई कर्मी अपनी मांगों को लेकर डटे हुए थे। वहीं सफाई कर्मी के अध्यक्ष विक्की कुमार ने कहा था कि हम लोगों की मांगें पूरी नहीं होने तक आंदोलन इसी तरह से जारी रहेगा।
ये भी पढ़ें: बिहार: अचानक नज़र आई डैम में डूबी 120 साल पुरानी मस्जिद, 1984 में हुआ था डैम का निर्माण