NDA में नाराजगी पर मुकेश सहनी का यू-टर्न, कहा- नेता दिन में कुछ तो रात में कुछ और कहते हैं
पटना। बीते सोमवार को सीएम नीतीश कुमार की बैठक छोड़कर विधानसभा के पिछले गेट से बाहर निकलकर विकासशील इंसान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी। लेकिन अब उन्होंने यू टर्न ले लिया है। न्यूज 18 से बातचीत के दौरान उन्होंने सफाई की कि हमारी कोई नाराजगी नहीं है, हम एनडीए में हैं। सहनी ने कहा कि कोई बात होती है तो हम मिल बैठकर इसे दूर कर लेते हैं। वहीं उन्होंने अपने पार्टी के विधायक राजू सिंह के बयान पर कहा कि पार्टी में हर जाति और धर्म के लोग हैं और सबको बोलने का अधिकार है। हमारे सभी विधायक मजबूती से हमारे साथ एकजुट हैं।
वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सभी समाज को हमने एडजस्ट किया है। नेता दिन में कुछ और बोलते हैं और रात को कुछ और कहते हैं। कोई हमें कहता है कि चलिये यूपीए के साथ चलते हैं, वहां मंत्री बन जाते हैं तो कोई कहता है कि एनडीए के साथ रहना है। ये सब तो चलता रहेगा लेकिन सब विधायक हमारे साथ हैं और आगे भी रहेंगे। मुकेश सहनी ने कहा कि एनडीए में थोड़ा इश्यू है लेकिन हम उसे ठीक कर लेंगे।
बता दें कि वीआईपी के विधायक डॉ. राजू कुमार सिंह ने भी बैठक में शामिल नहीं होने पर मुकेश सहनी को गलत ठहराया। डॉ. राजू कुमार सिंह ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि एनडीए विधायक दल की बैठक में शामिल न होना मुकेश सहनी का व्यक्तिगत निर्णय था। उन्होंने पार्टी विधायकों की राय लिये बिना ही यह फैसला ले लिया। विधायक ने कहा कि यदि मुकेश सहनी कहते हैं कि वे एनडीए में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं, तो मैं भी वीआईपी में उपेक्षित महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि पार्टी के चारों विधायकों की पार्टी अध्यक्ष के साथ बैठक होगी। इस बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
फूलन देवी की मूर्ति नहीं लगाने पर नाराज मुकेश सहनी, सीएम की मीटिंग छोड़ पिछले गेट से निकले बाहर
बिहार भाजपा उपाध्यक्ष और सांसद अजय निषाद ने कहा है कि वीआईपी नेता मुकेश सहनी के चले जाने से एनडीए पर कोई असर नहीं पड़ेगा।मुकेश सहनी द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर लगाए गए आरोपों के संबंध में पत्रकारों से बात करते हुए सांसद ने कहा है कि भाजपा ने उन्हें हमेशा सम्मान दिया है। वे यूपीए से लोकसभा का चुनाव लड़े और हार गए। एनडीए से भी विधानसभा का चुनाव लड़े और फिर हार गए। इसके बावजूद भाजपा ने उन्हें सम्मान देते हुए एमएलसी बनाया और मंत्री भी बनाया। इतने बड़े प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास इतनी छोटी-छोटी बातों के लिए फुर्सत नहीं है।