बिहारः चाचा पशुपति पारस ने भतीजे चिराग पासवान से नहीं की मुलाकात, चाची से हुई बात
पटना। बीते रविवार से लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख रहे चिराग पासवान की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। सोमवार को चिराग पासवान अपने चाचा पशुपति पारस से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे। इस दौरान चिराग को आधे घंटे तक गेट पर और फिर कैंपस के अंदर काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। इसके बाद भी चिराग की चाचा पशुपति पारस से मुलाकात नहीं हो पाई। चिराग ने काफी देर तक इंतजार किया लेकिन पशुपति पारस भतीजे से मिलने नहीं पहुंचे। प्राप्त जानकारी के अनुसार चिराग ने चाची से मुलाकात कर अपनी बात रखी। चाची से मुलाकात करने के बाद जब चिराग पासवान पशुपति पारस के आवास से बाहर की तरफ निकले तो उनके चेहरे के हाव-भाव काफी कुछ कह रहे थे।
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बता दें कि पशुपति पारस के आवास के गेट पर करीब 15 मिनट तक चिराग ने हॉर्न बजाया तब जाकर गेट खुला और वह अंदर गए। इस दौरान लोजपा बिहार के कार्यकारी अध्यक्ष राजू तिवारी भी मौजूद थे। पार्टी सांसदों ने चिराग पासवान को लोकसभा में नेता के पद से भी हटा दिया गया है। पार्टी सांसदों ने पशुपति कुमार पारस को सर्वसम्मति से लोकसभा में लोक जनशक्ति पार्टी संसदीय दल का नेता चुना गया है। बताया गया है कि 13 जून को हुई बैठक में पारस को नेता चुना गया।
लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात आज
लोक जनशक्ति पार्टी के पाचों सांसद आज दोपहर बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से मुलाकात कर सकते हैं।पशुपति कुमार पारस ने कहा है कि पार्टी के छह में से 5 सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष को अपना पत्र सौंपा है, जब भी वे आदेश देंगे हम उनसे मिलने जाएंगे।
चिराग पासवान लोकसभा में नेता के पद से हटाए गए, पशुपति पारस एलजेपी के नए नेता चुने गए
क्या है मामला
बिहार में लोकजन शक्ति पार्टी के छह सांसद हैं। इसमें एक पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान भी हैं। पार्टी के पांच सांसदों ने चिराग पासवान के नेतृत्व को अस्वीकार कर दिया है। सांसद पशुपति कुमार पारस, चौधरी महबूब अली कैसर, वीणा देवी, चंदन सिंह और फ्रिंस राज ने एलजेपी से अलग होने का निर्णय लिया है। सभी ने पशुपति पारस को अपना नेता माना है।