बिहार: सीटों को लेकर सुलझ गई भाजपा और जेडीयू की तकरार, जानिए कौन लड़ेगा कितनी सीटों पर
बिहार। बिहार में जैसे जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे राजनीतिक हलचल भी तेज होती दिख रही है। बिहार में आगामी चुनावों के मद्देनजर एनडीए दलों के बीच सीटों के बटवारे को लेकर तालमेल बिठा लिया गया है। जानकारी के मुताबिक, भाजपा बिहार की कुल 20 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को खड़ा कर सकती है। वहीं दूसरी ओर अन्य 20 सीटों को एनडीए की सहयोगी पार्टियों को दिया जा सकता है। बिहार में एनडीए समर्थक मुख्य चार पार्टियां हैं जिनमे जेडीयू, एलजेपी, रालोसपा इत्यादि भाजपा शामिल है।
जानकारी के मुताबिक, सहयोगी पार्टियों के बीच सीटों की अदला बदली की जा सकती है। फिलहाल एनडीए रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा पर नजर बनाए हुए है। आसार है कि उपेंद्र यादव महागठबंधन का हिस्सा बन सकते हैं। अगर उपेंद्र यादव एनडीए गबंधन तोड़ कर जाते हैं तो उनकी सीटों का बटवारा भाजपा तथा जेडीयू के बीच होगा। खबर ये भी है कि अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दरभंगा, पटना साहिब, वाल्मीकीनगर, बेगूसराय, वैशाली और मधुबनी में उम्मीदवार बदले जा सकते हैं। साथ ही साथ साल 2019 चुनाव में जेडीयू को को उत्तर प्रदेश तथा झारखंड में भी सीटें देने पर सहमति बनी है।
साल 2014 लोकसभा चुनाव में एनडीए को बिहार में 40 में से 31 सीटें मिली थी। फिलहाल भाजपा के पास 22, एलजेपी के पास 6 और आरएलएसपी के पास 3 सांसद हैं। 2014 लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने एनडीए का साथ छोड़ चुनाव लड़े थे जिस कारण उन्हें सिर्फ 2 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था।
बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने 28 अगस्त को अपने दिए एक बयान में कहा था कि आखिरी फैसला सर्वसम्मति से होगा। जल्द ही सीटों की संख्या के बारे में भी ऐलान कर दिया जाएगा। राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी नेता उपेन्द्र कुशवाहा और जनता दल (यू) के मुखिया नीतीश कुमार चाहते हैं कि बीजेपी 40 में से 20 लोकसभा सीटें इन दलों के लिए छोड़ दें।