आठ टुकड़ों में सीआरपीएफ जवान का शव पहुंचा गांव, मचा कोहराम
पटना। 15 अगस्त को जहां पूरा देश आजादी को याद कर तिरंगे को सलाम कर रहा था वही एक परिवार मे दुखों का कोहराम मचा हुआ था क्योंकि उसके जवान बेटे की आठ टुकड़े में कटा शव उनके घर पहुंचा था। जैसे ही गांव वालों के सामने सीआरपीएफ जवान का शव पहुंचा लोगों में कोहराम मच गया। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो रहा था। लोग उन्हें सांत्वना देने के बजाय खुद रो रहे थे।
मामला बिहार के सिवान जिले का है। जहां के आंदर थाना क्षेत्र के भवराजपुर गांव के रहने वाले सीआरपीएफ जवान अवधेश ड्यूटी से छुट्टी लेकर अपने घर आ रहे थे तभी रास्ते में अपराधियों ने उन्हें अपना निशाना बना लिया और उनकी निर्मम हत्या करते हुए असम के नवगांव रेलवे स्टेशन के फेक कर फरार हो गया ।
अरुणाचल प्रदेश के खूनसा जिले में तैनात 40 वर्षीय अवधेश बैठा छुट्टी लेकर 29 जुलाई को अपने घर के लिए निकले थे। अवधेश ने परिवार वालों को फोन के जरिए यह बताया था कि वह 3 अगस्त तक घर पहुंचेंगे। लेकिन 4 अगस्त तक जब वह घर नहीं पहुंचे तो उनके परिवार वाले काफी परेशान हो गए। परिजनों ने सीआरपीएफ कम्पनी के ऑफिसर को मामले की जानकारी दी। जानकारी मिलने के बाद सीआरपीएफ कंपनी के कई जवान अवधेश बैठा का पता लगाने निकले।
इसी दौरान उन्हें 8 अगस्त को नवगांव स्टेशन के पास आठ टुकड़ों में कटे सीआरपीएफ जवान अवधेश बैठा का शव मिला। फिर इस बात की जानकारी उनके परिवार वालों को दी गई तथा उनके लाश को सुरक्षित उनके गांव भवराजपुर पहुंचा दिया गया। 8 टुकड़ों में कटा अवधेश बैठा का लाश जैसे ही गांव पहुंचा पूरे इलाके में मातमी सन्नाटा छा गया । परिवार वालों के साथ साथ आसपास के लोगों का भी रो रो कर बुरा हाल हो गया।