कोबरा सांप के जहर से लोग करते हैं नशा, एक बार सूंघने पर घंटो रहते हैं बेहोश
कोबरा का नशा दुनिया का सबसे बड़ा नशा है जिसके सुगंध से ही लोग कई घंटे नशे में मदहोश रहते हैं। नशे के साथ-साथ इसका उपयोग जानलेवा और गंभीर बीमारियों में भी किया जाता है।
पटना। भारत और नेपाल के रास्ते मादक पदार्थ से लेकर जानलेवा कोबरा तक की तस्करी की खबर आए दिन सुनने को मिलती है। हर बार तस्कर की गिरफ्तारी होती है पर इसके गिरोह का खुलासा नहीं हो पाता। हालांकि पुलिस के द्वारा हर बार यह दावा किया जाता है कि जल्द से जल्द इस के गिरोह का खुलासा कर लिया जाएगा लेकिन एक के बाद एक तस्करी के नए मामला सामने आ रहे हैं।
क्यों होती है कोबरा की तस्करी?
विश्व का सबसे खतरनाक जहर वाला सांप कहे जाने वाले कोबरा की तस्करी कई बीमारियों और नशे के शौकीन लोगों के लिए किया जाता है। कोबरा के जहर से लोग दिन भर उसकी नशे में झूमते रहते हैं। ऐसा कहा जाता है कि कोबरा का नशा दुनिया का सबसे बड़ा नशा है जिसके सुगंध से ही लोग कई घंटे नशे में मदहोश रहते हैं। तो नशा के साथ साथ इसका उपयोग जानलेवा और गंभीर बीमारियों में भी किया जाता है। इसके जहर से कई गंभीर बीमारियों का दवा बनाया जाता है जिसकी एक बूंद की कीमत लाखों रुपए हैं और इसका मांग ज्यादातर विदेशों में है। यह कैंसर जैसी जानलेवा और भयानक बीमारी में रामबाण दवा के रूप में काम आता है तो इसका जहर दिल की बीमारी के साथ-साथ स्ट्रोक,किडनी डिसऑर्डर, हाई ब्लड प्रेशर, ब्रेस्ट कैंसर, और पेनकिलर मे लाभदायक होता है। विशेष परिस्थिति में एड्स के इलाज में भी इसका उपयोग किया जाता है।
बिहार से मिला 70 करोड़ रुपए का कोबरा का जहर
एक बार फिर असम से बंगाल के रास्ते नेपाल ले जाई जा रही है कोबरा के जहर की एक बड़ी खेप बरामद की गई है जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 70 करोड़ रुपए बताई जा रही है। तस्कर के द्वारा शीशे के जार में 10 पौंड जहर बडर्र के रास्ते नेपाल ले जाया जा रहा था। मिली जानकारी के अनुसार कल देर शाम दो तस्कर शीशे के जार लिए बॉर्डर की तरफ जा रहे थे तभी चेकिंग फोर्स ने उन्हें रोका और जार को खोलकर देखा तो उसमें खतरनाक कोबरा की जहर मिली जिसके बाद दोनों तस्कर को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार तस्कर बिहार के पूर्णिया के रहने वाले विजय और अररिया के मोहम्मद नौशाद है जिससे एसएसबी की टीम पूछताछ कर रही है और इसके गिरोह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
पाउडर वाला जहर और लिक्विड वाला जहर, दोनों था मौजूद
मामले की जानकारी देते हुए एसएसबी के कमांडेंट राजीव राणा ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर ठाकुरगंज सिलीगुड़ी मार्ग के पास बंगाल के दार्जिलिंग जिले के पतासी व पानी टंकी के रास्ते मोटरसाइकिल से कोबरा जहाज को तस्करी के लिए ले जाया जा रहा है । सूचना मिलते ही छापेमारी की गई और मोटरसाइकिल सवार से कोबरा जहर बरामद किया गया है। जिसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 70 करोड़ बताई जा रही है। तस्कर के पास से बरामद दो शीशे के जार में से एक में तरल विश तो दूसरे में पाउडर विश है। पूछताछ के दौरान यह पता चला कि इसे नेपाल ले जाया जा रहा था। फिलहाल इन दोनों शीशे के जार को कस्टम विभाग के हवाले कर दिया गया है।