कार्यक्रम में मीडियाकर्मियों पर भड़के सीएम नीतीश, कहा- अगर समाज सुधार से नफरत है तो यहां से चले जाइए
मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में बुधवार को सुधार अभियान के तहत कार्यक्रम को संबोधित कर रहे सीएम नीतीश कुमार अचानक मीडियाकर्मियों पर भड़क गए। सीएम नीतीश कुमार ने मीडियाकर्मियों से कहा कि आप लोग क्या कर रहे हैं। ये मीडिया वाले किधर जा रहे हैं। फिर सीएम नीतीश ने पूछा कि आप लोगों को समाज सुधार अभियान से नफरत है? अगर नफरत है तो आप यहां से चले जाइए बाहर। आप लोग कौन सा काम कर रहे हैं। कौन क्या बोलता है बोलने दीजिए हम आपको बता दिये कि समाज को आप नहीं जानते हैं। आदमी का स्वभाव 100 प्रतिशत ठीक नहीं हो सकता है।
दरअसल, मीडियाकर्मियों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ थोड़ी झड़प हो गई, जिससे भाषण में व्याधान पड़ने पर सीएम नीतीश कुमार आग बबूला हो गए। अपने संबोधन में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि शराब पीना मौलिक अधिकार नहीं है। संविधान की धारा 47 में शराबबंदी से जुड़ी व्यवस्था है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक यह बहुत जानलेवा है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने इस आदमी को हैवान बनाने वाला कहा। फिर शराब अच्छी चीज कैसे हो गई। अपने को बहुत काबिल, बहुत पढ़ा-लिखा, विद्वान व बड़ा लेखक मानने वाले कुछ लोग शराबबंदी और इसके चलते खासकर मेरा विरोध क्यों कर रहे हैं।
#WATCH | "If you have a problem with societal improvement, then get out of here," said Bihar CM Nitish Kumar to the media on getting distracted by a ruckus that happened between JD(U) workers & the police during the CM's public address in Muzaffarpur, yesterday pic.twitter.com/KxxslGR0mx
— ANI (@ANI) December 30, 2021
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सीएम नीतीश कुमार ने शराब, बाल विवाह व दहेज प्रथा के नुकसान की खासी चर्चा की और जीविका दीदीयों से कहा कि वे इन सबके खिलाफ निरंतर अभियान चलाते रहें। उन्होंने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया कि इस काम में जीविका दीदीयों को पूरी मदद की जाए। सीएम ने कहा कि सब लोग सही रास्ते पर चल ही नहीं सकते। कुछ तो गड़बड़, दाएं-बाएं करेगा ही। ऐसों पर हमारी गंभीर नजर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब के खिलाफ अभी के अभियान में अभी तक 75,300 छापेमारी हुई। 11,370 मामले दर्ज हुए। 13 हजार अभियुक्त गिरफ्तार हुए। 1 लाख 89 हजार लीटर देसी व 3 लाख 24 हजार लीटर विदेशी शराब जब्त की गई। 1788 गाड़ियां जब्त हुईं। पहले कॉल सेंटर में औसतन 70-80 कॉल रोज दिन आते थे। अब 190 से 200 कॉल आ रहे हैं। जिसे जहां भी गड़बड़ी दिखे, कॉल सेंटर में फोन करे, आपका नाम गुप्त रहेगा; पुलिस फौरन कार्रवाई करेगी।