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बिहार: चौकीदार को महंगा पड़ा फोटो खिंचवाने का शौक, अब हो सकती है कार्रवाई

शौक को पूरा करने के लिए इंसान नफा और नुकसान के बीच फर्क नहीं करता है। यह बात नालंदा में सच साबित होते हुए दिखी। दरअसल नालंदा के एक चौकीदार की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रही है। जिसमें उसने दारोगा की वर्दी...

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नालंदा, 28 सितंबर 2022। शौक को पूरा करने के लिए इंसान नफा और नुकसान के बीच फर्क नहीं करता है। यह बात नालंदा में सच साबित होते हुए दिखी। दरअसल नालंदा के एक चौकीदार की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रही है। जिसमें उसने दारोगा की वर्दी पहनी है। वर्दी में दो स्टार और कमर में पिस्टल के साथ तस्वीर वायरल होने से चौकीदार की मुश्किलें बढ़ गई है। वर्दी के साथ काला चश्मा पहने हुए चौकीदार का नाम सुमित पासवान (छोटू) है । तस्वीर वायरल होने के बाद सुमित की मुश्किलें बढ़ गई है। मामले की जांच के बाद कार्रवाई भी हो सकती है।

तस्वीर वायरल होने के बाद बढ़ी मुश्किलें

तस्वीर वायरल होने के बाद बढ़ी मुश्किलें

वायरल तस्वीर में दारोगा की वर्दी पहने हुए चौकीदार हिलसा थाना में पदस्थापित है। चौकीदार सुमित की वर्दी में तस्वीर वायरल होने के बाद तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। क्रिच में वर्दी, सिर पर टोपी लगाकर सुमित के फोटो खिचवाने का क्या मक्सद था। शौक में फोट खिंचवाया था वर्दी का धौंस दिखाकर अवैध वसूली तो नहीं कर रहा था। वायरल तस्वीर देखने के बाद डीएसपी कृष्ण मुरारी प्रसाद ने कहा कि चौकीदार की दारोगा की वर्दी में तस्वीर पर संज्ञान लिया गया है। मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

बांका से सामने आया था फर्जी थाना का मामला

बांका से सामने आया था फर्जी थाना का मामला

बिहार के बांक जिले से हाल ही में एक फर्जी थाना संचालित होने का मामला सामने आया था। जहां पिछले 8 महीने से फर्जी थाना संचालित किया जा रहा था। इतना ही नहीं आपराधिक मामले में मुकदमा दर्ज कराने का डर दिखाकर लोगों से पैसे भी ऐंठे जा रहे थे। ग़ौरतलब है कि बांका जिला मुख्यालय चल रहे फर्जी थाना की किसी को खबर ही नहीं थी। निजी गेस्ट हाउस में यह थाना संचालित किया जा रहा था। पुलिस को जब इस मामले की जानकारी हुई तो आला अधिकारी के भी होश उड़ गए। इतने महीने से फर्जी थाना संचालिच होने के बावजूद किसी को खबर कैसे नहीं हुई।

भोला यादव था फर्जी थाना का मास्टरमाइंड

भोला यादव था फर्जी थाना का मास्टरमाइंड

बांका पुलिस गुप्त सूचना के आधार पर अपराधी को गिरफ़्तार करने के लिए गई थी। छापेमारी के बाद जब पुलिस की टीम लौट रही थी तो रास्ते में गेस्ट हाउस के पास मिले एक महिला और युवक पुलिस की ड्रेस में दिखे । पुलिस ने जब उनसे पूछताछ की तो वह सही जवाब नहीं दे पाए।थाना ले जाने के बाद उन्होंने फर्जी थाना संचालित होने का खुलासा किया।

70 हज़ार रुपये लेकर दी चौकीदार की नौकरी

70 हज़ार रुपये लेकर दी चौकीदार की नौकरी

पुलिस ने बताया कि बांका गेस्ट हाउस के सामने दोनों आरोपी पुलिस ड्रेस में खड़े थे। उनके पास से अवैध पिस्टल भी बरामद हुए। आरोपी युवक आकाश ने 70 हज़ार रुपये भोला यादव को देकर थाने में चौकीदार की नौकरी ली थी। पुलिस की जांच में भी पता चला कि फर्जी थाना संचालित करने का सरगना भोला यादव ही है। इस फर्जी थाना में बहाली से लेकर पुलिस वर्दी और अवैध पिस्टल सब चीज भोला यादव उपलब्ध करवाता था।

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