सरकार बनाने के बाद पहली बार बोले नीतीश- RJD ने कार्यों में किया हस्तक्षेप,महागठबंधन में आईं दिक्कतें
पटना। बिहार में भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन होने के जनता दल यूनाइटेड के नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली प्रेस वार्ता की। इस दौरान नीतीश ने कहा कि मेरे सामने दूसरा विकल्प नहीं था हालांकि महागठबंधन का सरकार चलाने की पूरी कोशिश की। मैंने ज्यादातर टिप्पणियों पर ध्यान नहीं दिया लेकिन सरकार चलाने में कई मुश्किलें आईं। हमारे किसी भी नेता ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया। RJD ने बहुत कुछ कहा है।
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हम समझौता नहीं कर सकते
नीतीश ने कहा कि हम हमेशा से भ्रष्टाचार के खिलाफ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ हो रही टिप्पणी पर लालू ने कुछ नहीं कहा। इतना ही नहीं आरजेडी ने प्रशासनिक कार्यों में हस्तक्षेप किया। हालांकि हस्तक्षेप के बाद भी विकास के काम करते रहे। नीतीश ने कहा कि हम भ्रष्टाचार से समझौता नहीं कर सकते। इसके साथ ही लालू से मेरी छापे को लेकर कई बार बार बात हुई।
नीतीश ने कहा क लालू परिवार पर पड़े छापे की जानकारी मुझे राजगीर में मिली। नीतीश ने कहा कि छापों के बाद इस्तीफे की मांग हो रही थी लेकिन मैंने आरोपों पर तथ्यों पर सफाई देने को कहा था। उन्होंने कहा कि नीतीश ने मुझसे पूछा कि मैं क्या सफाई दूं। मैंने उनसे कहा था कि वो जदयू या मुझे जवाब ना देकर जनता को जवाब दें।
हमारी पार्टी खुश
नीतीश ने कहा कि जब मुझे लगा कि अब सरकार नहीं चल सकी तो मैंने इस्तीफा दे दे दिया और फिर अगले दिन 10 बजे शपथ ग्रहण हुआ और उसके बाद 48 घंटे के भीतर हमने विश्वास मत साबित कर दिया। नीतीश ने कहा कि पार्टी के लोग महागठबंधन से ऊब गए थे।
नीतीश ने कहा कि पहले कुछ भी तय नहीं था, सब कुछ अचानक से होता हुआ चला गया। उन्होंने कहा कि अगर साथ रहते लोग हम पर सवाल उठाते। हमारी पार्टी की इकाइयां इस फैसले से खुश हैं।
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