जनसंख्या नियंत्रण कानून पर बिहार में JDU और BJP में असहमति, कांग्रेस ने नीतीश कुमार का किया समर्थन
पटना। उत्तर प्रदेश में जनसंख्या कानून का मसौदा तैयार होने पर बिहार में इसका साइड इफेक्ट देखने को मिल रहा है। इस मुद्दे पर जदयू और भाजपा अलग-अलग राह पर नजर आ रही है। एक तरफ सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कोई राज्य कुछ करना चाहे तो करे, इस पर मुझे कुछ भी नहीं कहना। मेरा मानना है कि अगर घर की महिला पढ़ी-लिखी होगी तो जनसंख्या खुद नियंत्रित हो जाएगी। वहीं बिहार की डिप्टी सीएम रेणु देवी सीएम नीतीश कुमार के बयान से सहमत नहीं है।
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उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को अधिक जागरूक करने की आवश्यकता है क्योंकि पुरुषों में नसबंदी को लेकर काफी डर देखा जाता है। बिहार के कई जिलों में तो नसबंदी की दर केवल 1 प्रतिशत है। वहीं इन दोनों नेताओं के बयान के बाद कांग्रेस ने सीएम नीतीश कुमार के बयान का समर्थन किया है।
पार्टी नेता राजेश राठौड़ ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार की बातों से कांग्रेस पूरी तरह से सहमत है। देश में जनसंख्या नियंत्रण जागरूकता से ही होनी चाहिए। लेकिन जिन्हें इसपर आपत्ति है और जो लोग इसके लिए देश में कड़ा कानून की मांग कर रहे हैं वे लोग अपने ही नेता नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाश का अनुसरण करें तो देश में काफी हद तक जनसंख्या नियंत्रण हो जाएगी।
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वहीं जदयू नेता उपेन्द्र कुशवाहा ने भी यूपी की योगी सरकार द्वारा लाए गए जनसंख्या नियंत्रण कानून को समर्थन दिया है। उपेन्द्र कुशवाहा ने समर्थन करते हुए कहा कि समय के अनुसार बिहार में भी इसकी आवश्यकता बढ़ गई है क्योंकि जिस तरह से जनसंख्या बढ़ रही है उसका असर विकास पर ही दिखेगा। राज्य सरकार को भी परामर्श कर इस कानून को लागू करने की जरूरत है।