ओडिशा योजना बोर्ड का पुरी प्रशासन को निर्देश, प्राकृतिक आपदा के नुकसान को कम करने के लिए बनाएं योजना
भुवनेश्वर, जून 01: ओडिशा राज्य योजना बोर्ड ने पुरी प्रशासन को तटीय जिले में प्राकृतिक आपदाओं के दौरान नुकसान को कम करने के लिए एक दीर्घकालिक योजना तैयार करने का निर्देश दिया है। बोर्ड के उपाध्यक्ष संजय कुमार दासबर्मा ने बैठक में जिला प्रशासन को आपदा प्रबंधन के लिए एक दीर्घकालिक मास्टर प्लान पेश करने और इसे जल्द से जल्द राज्य सरकार को प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
इंजीनियरों और अन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए दासबर्मा ने कहा कि पुरी पिछले दो दशकों से चक्रवात और बाढ़ के प्रकोप का सामना कर रहा है और अस्टारंगा से कृष्णप्रसाद तक घनी आबादी वाली 160 किलोमीटर लंबी तटरेखा अक्सर सबसे अधिक प्रभावित होती है।
उन्होंने कहा कि समुद्र और नदियों के पास के गांवों के चारों ओर ऊंची-ऊंची बाढ़ प्रतिरोधी 'घेरीबंद' या सुरक्षा दीवार बनाई जानी चाहिए। इसके अलावा किसी भी व्यवधान को रोकने के लिए कई आश्रयों और चक्रवात प्रतिरोधी बिजली आपूर्ति नेटवर्क को सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
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संजय कुमार दासबर्मा ने कहा कि महानदी डेल्टा क्षेत्र में बाढ़ का 60 प्रतिशत पानी जिले की छह नदियों के माध्यम से समुद्र में मिल जाता है, इसलिए तटबंधों को बाढ़ प्रूफ बनाना महत्वपूर्ण है। बैठक में कलेक्टर समर्थ वर्मा सहित अन्य जिला अधिकारी भी मौजूद थे।