कैंसर जागरूकता के लिए स्वयं सहायता समूहों की मदद लेगी ओडिशा सरकार, ये है पूरा प्लान
भुवनेश्वर, 04 जून: ओडिशा की पटनायक सरकार ने अब महिलाओं के बीच कैंसर जागरूकता फैलाने में स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के सदस्यों को शामिल करने का फैसला किया है। मिशन शक्ति के सदस्य अपने-अपने इलाके की महिलाओं में बीमारी की पुष्टि होने के बाद कैंसर की जांच के दौरान उनके साथ मिलकर मदद करेंगे।
जानकारी के मुताबिक मिशन शक्ति के सदस्य घर-घर जाकर कैंसर के प्रति जागरूकता भी पैदा करेंगे और बीमारी से जुड़े भय को दूर करेंगे। इसके अलावा वे लोगों को कैंसर के शुरुआती लक्षणों और लक्षणों को पहचानने में मदद करेंगे, जिससे वे शुरुआती स्टेज पर ही इलाज करा सकें।
महिला एसएचजी सदस्य लोगों को प्रमुख जोखिम कारकों के बारे में शिक्षित करेंगे, क्योंकि 30 प्रतिशत से अधिक कैंसर के मामलों को जीवनशैली में बदलाव या जोखिम कारकों से बचने से रोका जा सकता है। वे लोगों को नियमित जांच और जांच के महत्व के बारे में बताएंगे।
एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि महिलाओं में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर तेजी से बढ़ रहा है और ये दोनों देश में सबसे आम हैं। मुंह और फेफड़ों के कैंसर, जो रोके जा सकते हैं, शहरी और ग्रामीण आबादी में पुरुषों और महिलाओं में भी सबसे ज्यादा हैं। कई महिलाएं अज्ञानता की वजह से तीसरी और चौथी स्टेज के पास ब्रेस्ट कैंसर की जानकारी मिलती है, जिसके कारण सर्जरी और व्यापक उपचार होता है। बेहतर प्रबंधन और उपचार के लिए शुरुआती पहचान जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगर जल्दी पता चल जाता है, तो ठीक होने की बेहतर संभावना होगी।
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स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक मिशन शक्ति विभाग के परामर्श से एक रणनीति तैयार करने और इसे इस महीने के अंत तक मंजूरी के लिए सरकार को भेजने का निर्णय लिया गया है। गैर सरकारी संगठनों को भी कैंसर केयर सर्विस के लिए लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद यह सेवा शुरू हो जाएगी। बता दे कि राज्य सरकार ने अपने महत्वाकांक्षी ओडिशा कैंसर देखभाल कार्यक्रम के तहत अगले पांच वर्षों में 577 करोड़ रुपए का बजटीय प्रावधान किया है, जिसका उद्देश्य पूरे ओडिशा में कैंसर देखभाल सुविधाओं का प्रसार करना है।