मध्य प्रदेश में ग्रामीण वाहनों पर केसरिया नहीं लाल पट्टिका होगी
भोपाल। मध्य प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए शुरू की गई ग्रामीण परिवहन सेवा के वाहनों पर केसरिया पट्टिका (लाइन) लगाने के मामले में सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा है। परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने केसरिया नहीं लाल और हरी पट्टिका लगाने की बात कही है।
राज्य सरकार की ओर से रविवार को जारी किए गए अधिकृत बयान में कहा गया था कि ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम डिवाईस (जीपीएस) से लैस ग्रामीण परिवहन के वाहनों की बॉडी के बीचों बीच एक फुट चौंड़ी केसरिया रंग की पट्टिका बनी होगी और उसके दोनों किनारों पर 'मुख्यमंत्री ग्रामीण परिवहन सेवा' हरे रंग से लिखा होगा।
परिवहन विभाग के इस फैसले के बाद राज्य के राजनीतिक हलके में ग्रामीण परिवहन सेवा के भगवाकरण की चर्चाओं के जोर पकड़ने पर सरकार को अपने फैसले पर बैकफुट पर आना पड़ा है।
परिवहन मंत्री ने स्पष्ट किया
परिवहन मंत्री सिंह ने सोमवार को स्पष्ट किया कि ग्रामीण परिवहन सेवा के वाहनों पर केसरिया नहीं लाल रंग की पट्टिका होगी। भगवाकरण या भाजपा के झंडे के रंग की पट्टिका होने की बात कहना गलत है।
मालूम हो कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों के लिए ग्रामीण परिवहन सेवा को अमल में लाया है। इस सेवा के नए वाहनों को नई सीरीज जीपी (ग्रामीण परिवहन) में निर्धारित मापदण्ड अनुसार पंजीकृत किया जा रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।