मध्य प्रदेश: कर्जमाफी के ऐलान से किसान गदगद, CM कमलनाथ ने अब ये बंदिश भी हटाई, वीडियो
madhya pradesh News (भोपाल)। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सबसे पहले किसानों के लिए कर्ज माफी की घोषणा अब जमीन स्तर पर लागू होने लगी है। इस दिशा में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कर्ज माफी की मार्च 2018 की बंदिश हटाकर इसके बाद भी कर्ज लेने वाले किसानों राहत देने की बात कही है। बता दें कि सूबे में किसानों का 31 मार्च 2018 तक का कर्ज माफ करने का एलान किया गया था।
बालाघाट
में
75
हजार
किसानों
को
इंतजार
सूबे
में
धान
की
खेती
के
लिए
अग्रणी
माने
जाने
वाले
बालाघाट
जिले
में
बड़े
पैमाने
पर
किसानों
की
कर्ज
माफी
होनी
है।
शिवराज
सरकार
में
बालाघाट
से
ही
गौरीशंकर
बिसेन
कृषि
मंत्री
रहे।
इस
बार
भी
इस
जिले
में
लगभग
75000
किसानों
को
250
करोड़
रुपये
से
अधिक
की
राहत
मिलनी
है।
जिसे
लेकर
किसान
उत्साहित
हैं।
उन्हें
खुशी
हुई
कि
कर्ज
माफी
को
लेकर
होती
राजनीति
के
बीच
कमलनाथ
सरकार
ने
कर्ज
माफी
की
मार्च
2018
की
बंदिश
हटाकर
इसके
बाद
भी
राहत
देने
का
एलान
किया
हुआ।
यानी,
मार्च
2018
के
बाद
भी
कर्ज
लेने
वाले
किसानों
को
भी
राहत
मिलेगी।
भाजपा
लोकसभा
चुनाव
से
जोड़कर
देख
रही
वहीं,
सूबे
में
नई
कांग्रेस
सरकार
के
एलान
को
देख
भाजपा
मध्यप्रदेश
में
लोकसभा
चुनाव
की
तैयारियों
के
रूप
में
देख
रही
है।
दोनों
पार्टियां
किसानों
के
बहुत
बड़े
वोटबैंक
को
हाथ
से
नहीं
जाने
देना
चाहतीं।
बहरहाल,
कमलनाथ
सरकार
में
किसानों
के
कर्ज
माफी
की
घोषणा
से
जमीनी
स्तर
पर
मिल
रही
राहत
की
चर्चा
गांव
की
गलियों
से
लेकर
चैपाल
तक
हो
रही
है।
किसानों
के
चहरे
खिले
हैं
कि
अब
उन्हें
बकाया
कर्ज
नही
चुकाना
पड़ेगा।
खुरसोड़ी के किसान रमेश कुमार, संजय और राहुल ने कहा कि इस फैसले से वाकई प्रदेश में किसान खुश हो जाएंगे। वहीं, कुछ कांग्रेसियों का कहना है कि अब भाजपा के विधायक किसानों के लोन के अलावा सभी प्रकार के कर्ज माफी की पैरवी करते दिखाई दे रहे हैं। भाजपा को इस एलान से शायद ठेस पहुंची है।''
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