UPSC First Rank: पैसे की किल्लत नहीं तोड़ सकी राजीव दैपुरिया की हिम्मत, YouTube से पढ़ाकर पाया पहला स्थान
भिंड के राजीव दैपुरिया ने UPSC IES परीक्षा 2022 में ऑल इंडिया में प्रथम स्थान प्राप्त कर मध्य प्रदेश का नाम सम्पूर्ण भारत में रोशन किया है। राजीव को यह सफलता कई प्रयासो के बाद मिली है।
जब इरादे मजबूत हो, तो दुनिया की कोई बाधा उसे रोक नहीं सकती। जिसे सच कर दिखाया है, एमपी के राजीव दैपुरिया ने, जिन्होंने सिविल सर्विसेज में पहला रैंक हासिल किया है. उन्होंने यूपीएससी की इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकॉम इंजीनियरिंग UPSC-ESE (AIR-1) हासिल की। हालांकि, इसके लिए उन्होंने काफी मेहनत किया।
आर्थिक तंगी के बावजूद नहीं हारी मेहनत
दरअसल, भिंड जिले के चंबल इलाके के सपाढ़ गांव के निवासी राजीव दैपुरिया उन लोगों के लिए के लिए मिसाल बन गए हैं, जो मुश्किल समय में अपने लक्ष्य से पीछे हट जाते हैं। आर्थिक तंगी के बावजूद दैपुरिया ने हिम्मत नहीं हारी। वो लगन के साथ पढ़ते रहे।
ऑनलाइन यूट्यूब के माध्यम से की पढ़ाई
उन्होंने शुरूआती पढ़ाई भिंड जिले से पूरी की। आगे इंजीनियरिंग सर्विसेज की तैयारी के लिए ट्यूशन करने में असमर्थ थे। ऐसे में उन्होंने ऑनलाइन यूट्यूब से पढ़ाई की। खर्चा पूरा करने के लिए जॉब भी की। जॉब के साथ पढ़ाई करना कठिन था। लेकिन, राजीव ने दोनों के बीच मेंटेनेंस बनाए रखा और साथ में हौसला भी।
राजीव
के
पिता
रघुराज
देपुरिया
ने
जानकारी
दी
की
बेटे
को
पढ़ाने
के
लिए
दो
लाख
रुपए
का
लोन
लिए
थे,
बच्चे
को
किताबें
देने
के
लिए
बिहार
तक
गए।
आर्थिक
स्थिति
ख़राब
होने
की
वजह
से
काफी
संघर्षों
का
सामना
करना
पड़ा।
लेकिन
उन्हें
खुशी
है
कि
बेटे
ने
परीक्षा
पास
कर
ली।
राजीव के पिता ने सरकार को दिया संदेश
राजीव के पिता ने कहा कि सरकार गरीबों को फ्री में राशन बांट रही है। राशन के बजाए अगर विद्यार्थियों को निशुल्क शिक्षा दी जाए, तो हर वर्ग जाती के छात्र-छात्राएं शिक्षित होकर अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं। फिर सरकार को किसी को भी फ्री राशन देने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
राजीव का कहना है
वहीं राजीव ने जानकारी दी कि संसाधनों की कमी आपको आपको मंजिल पाने से नहीं रोक सकती है, बस आपके पास हौसला होना चाहिए. राजीव ने तमाम मुसीबतों का डट कर संघर्ष करते हुए इंजीनियरिंग सर्विसेज में पहला स्थान हासिल कर परिवार और जिले का नाम रोशन कर दिया है।
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