Cm helpline: 181 सेवा का कर रहे थे दुरुपयोग, कलेक्टर ने किया 3 शिकायतकर्ताओं को तलब
भिंड में सीएम हेल्पलाइन का हो रहा दुरुपयोग, अधिकारियों पर बनाया जा रहा है दबाव, कलेक्टर को मिली शिकायत, 3 लोगों को कलेक्टर ने नोटिस किया जारी
Cm helpline पर झूठी शिकायत करते हुए ब्लैकमेलिंग करने वालों पर अब भिंड कलेक्टर ने सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। भिंड कलेक्टर ने ऐसे ही 3 लोगों को नोटिस जारी करते हुए तलब किया है। तलब किए गए तीनों लोगों ने विद्युत विभाग के अधिकारी से लेकर शिक्षक और सरपंच तक के खिलाफ दर्जनों झूठी शिकायत कर रखी थीं।
भिंड
के
तीन
लोग
कर
रहे
थे
लगातार
झूठी
शिकायतें
भिंड
में
सीएम
हेल्पलाइन
181
के
दुरुपयोग
के
मामले
सामने
आ
रहे
हैं।
ऐसी
ही
3
शिकायतें
भिंड
कलेक्टर
डॉ.सतीश
कुमार
एस
के
पास
भी
पहुंची
हैं।
इसमें
से
पहली
शिकायत
हेवतपुरा
के
शासकीय
स्कूल
में
पदस्थ
शिक्षक
प्रदीप
सिंह
यादव
की
है।
शिक्षक
प्रदीप
सिंह
यादव
ने
कलेक्टर
को
शिकायत
करते
हुए
बताया
कि
ग्वालियर
के
रहने
वाले
पंजाब
सिंह
ने
सीएम
हेल्पलाइन
पर
उनकी
23
झूठी
शिकायतें
कर
रखी
हैं
और
इन
शिकायतों
की
दम
पर
उन्हें
ब्लैकमेल
करने
का
काम
किया
जा
रहा
है।
लगातार
शिक्षक
पर
दबाव
बनाने
के
लिए
पंजाब
सिंह
द्वारा
शिकायतें
की
गई
हैं।
बिजली
कंपनी
के
अधिकारियों
से
जुड़ा
है
दूसरा
मामला
बिजली
विभाग
के
अधिकारियों
ने
कलेक्टर
से
इस
बात
की
शिकायत
की
है
कि
दबोहा
गांव
का
रहने
वाला
मदन
मोहन
शर्मा
विद्युत
विभाग
के
अधिकारियों
के
खिलाफ
सीएम
हेल्पलाइन
पर
कई
झूठी
शिकायतें
कर
रहा
है।
मदन
मोहन
शर्मा
द्वारा
अब
तक
200
से
ज्यादा
फर्जी
शिकायतें
सीएम
हेल्पलाइन
में
की
गई
हैं।
ऐसा
करके
मदन
मोहन
द्वारा
विद्युत
विभाग
के
अधिकारियों
पर
दबाव
बनाया
जा
रहा
है।
पूर्व
सरपंच
की
भी
हुई
शिकायतें
तीसरा
मामला
पूर्व
सरपंच
से
जुड़ा
हुआ
है।
पूर्व
सरपंच
बादशाह
ने
कलेक्टर
से
शिकायत
करते
हुए
बताया
कि
कोक
सिंह
का
पुरा
गांव
के
कुछ
लोग
लगातार
उनके
खिलाफ
सीएम
हेल्पलाइन
में
फर्जी
शिकायतें
कर
रहे
हैं।
अब
तक
पूर्व
सरपंच
के
खिलाफ
123
से
ज्यादा
शिकायतें
कर
दी
गई
हैं
और
उन्हें
इस
तरह
झूठी
शिकायतें
करके
परेशान
किया
जा
रहा
है।
कलेक्टर
ने
नोटिस
जारी
करते
हुए
किया
तलब
जब
यह
शिकायतें
कलेक्टर
के
पास
पहुंची
तो
कलेक्टर
ने
सीएम
हेल्पलाइन
में
फर्जी
शिकायत
करने
वाले
लोगों
के
खिलाफ
नोटिस
जारी
कर
दिया
है।
कलेक्टर
ने
नोटिस
जारी
करते
हुए
सीएम
हेल्पलाइन
का
दुरुपयोग
करने
वाले
लोगों
को
7
दिन
के
अंदर
प्रस्तुत
होकर
नोटिस
का
जवाब
देने
के
लिए
कहा
है।
अगर
जवाब
से
संतुष्टि
नहीं
हुई
तो
सीएम
हेल्पलाइन
में
झूठी
शिकायत
करने
वालों
के
खिलाफ
कार्रवाई
भी
की
जाएगी।