एनजीटी सुनवाई पर आर्ट ऑफ लिविंग ने जारी किया बयान, पढ़िए क्या कहा...
बयान में कहा गया कि मीडिया रिपोर्ट के विपरीत आर्ट ऑफ लिविंग के आवेदन नहीं ठुकराए गए हैं बल्कि मनोज मिश्रा के आवेदनों को ठुकराया गया है। उनके प्रत्येक आवेदन को एनजीटी ने ठुकराया है।
बेंगुलुरू। श्री श्री रविशंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से एनजीटी के सामने चल रही कार्रवाई को लेकर अपना पक्ष रखा। इसमें आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से कहा गया है कि एनजीटी के समक्ष सुनवाई में तीन फैसले लिए गए। इसमें मनोज मिश्रा की ओर से दिए गए आर्ट ऑफ लिविंग की जमा राशि का उपयोग करने का आवेदन एनजीटी ने ठुकराया।
सुनवाई को लेकर आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से क्या कहा गया...
मनोज मिश्रा के आवेदन जिसमें बगैर आर्ट ऑफ लिविंग का पक्ष सुने और नुकसान के मात्रात्मक आंकल की याचिका को भी ठुकरा दिया। एनजीटी ने मनोज मिश्रा का ये अनुरोध भी ठुकरा दिया कि वेबासाइट पर दिए गए मैटर के आधार पर आर्ट ऑफ लिविंग के खिलाफ कोई कार्यवाही की जाए।
हालांकि मीडिया रिपोर्ट के विपरीत आर्ट ऑफ लिविंग के आवेदन नहीं ठुकराए गए हैं बल्कि मनोज मिश्रा के आवेदनों को ठुकराया गया है। उनके प्रत्येक आवेदन को एनजीटी ने ठुकराया है। वास्तव में अदालत में मजाक अप्रासंगिक है। जो भी प्रासंगिक था, वह स्वीकार किया गया है। कुछ मीडिया ने इसे गलत ढंग से पेश करने की कोशिश की है। आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से जारी बयान में कहा गया कि हमें अपनी न्याय व्यवस्था पर अगाध विश्वास है कि वह सत्य को सबके सामने रखेगी।
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