अमृतसर में निहंग सिखों ने सरेराह किया कत्ल, मौके पर थे 6-7 लोग, किसी ने पुलिस को भी फोन नहीं किया
अमृतसर। यहां स्वर्ण मंदिर के पास एक सड़क पर एक फैक्ट्री के कर्मचारी की दो निहंग सिखों सहित 3 लोगों ने हत्या कर दी। हत्या की यह वारदात वहां होटल के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस को आज सुबह पता चलने तक कर्मचारी की लाश रात भर नाले के पास सड़क पर पड़ी रही। अब पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी रमनदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो निहंग सिखों की तलाश जारी है। सिटी पुलिस के चीफ ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर घटना के बारे में जानकारी दी।
सिटी
पुलिस
के
चीफ
ने
कहा
कि,
जिस
शख्स
की
हत्या
हुई,
वो
तंबाकू
चबा
रहा
था।
उसका
नाम
हरमनजीत
सिंह
था,
जो
कि
चट्टीविंड
क्षेत्र
का
निवासी
था।
आधी
रात
के
समय
जब
निहंग
सिखों
ने
उसे
तंबाकू
चबाते
हुए
उस
क्षेत्र
में
घूमते
पाया
तो
उन्होंने
उससे
मारपीट
शुरू
कर
दी।
अंत
में
उसे
मार
डाला।
यह
घटना
सिख
धर्मस्थल
हरमंदिर
साहिब
या
स्वर्ण
मंदिर
से
मुश्किल
से
एक
किलोमीटर
दूर
है।
सिटी
पुलिस
के
चीफ
ने
कहा,
"यह
शर्मनाक
है
कि
जब
मौके
पर
6-7
लोग
थे,
उनमें
से
किसी
ने
भी
हमें
फोन
नहीं
किया।"
जान गंवाने वाले हरमनजीत की मां ने कहा कि, वे जल्द विदेश जाने वाले थे। मगर, उनके बेटे को मार दिया गया। वह ज्यादा बोल नहीं पाता था। पुलिस के अनुसार, बुधवार की रात वह मोटरसाइकिल पर बैठा था, तभी दो निहंग उसके पास पहुंचे। उन्होंने उससे झगड़ा किया और पकड़कर मारा। उन्होंने खंजर घोंप दिया, जिससे उसके खून बहने लगा। कुछ समय बाद उसकी मौत हो गई। इस घटना की दो मिनट की सीसीटीवी क्लिप में निहंगों में से एक को अपनी तलवार निकालकर विवाद करते देखा जा सकता है। पीड़ित उसे धक्का देता है और पैदल भागने की कोशिश करता है, लेकिन दो निहंग उसे पकड़ लेते हैं और मार डालते हैं।
यह पूछे जाने पर कि इतनी हाई सिक्योरटी वाले इलाके में किसी गश्ती दल ने भी उसकी लाश को क्यों नहीं देखा, पुलिस चीफ ने कहा, "12 लाख से अधिक लोगों के शहर के लिए हमारे पास लगभग 4,300 कर्मी हैं। हम हर क्षेत्र को कवर करने की पूरी कोशिश करते हैं। लेकिन नागरिकों का भी एक कर्तव्य है। सभी के पास एक मोबाइल फोन है। उन्हें बस 112 पर कॉल करने या निकटतम पुलिस स्टेशन को सूचित करने की आवश्यकता है।" उन्होंने कहा, "जब भी हमें शिकायत मिली है, हमने सतर्कता के साथ काम किया है।"
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