सपा-बसपा गठबंधन से आगे निकलीं प्रियंका गांधी, भैया राहुल के साथ करेंगी 18 बड़ी रैलियां
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को कमतर आंकने वाले सपा-बसपा गठबंधन को संयुक्त बड़ी रैलियों के मामले में कांग्रेस ने पीछे छोड़ दिया है। सपा-बसपा गठबंधन जहां यूपी में 11 संयुक्त रैली करेगा, यानी अखिलेश मायावती एक मंच पर नजर आयेंगे। वहीं, प्रियंका इस मामले में काफी आगे निकल गयी है। प्रियंका, भैया राहुल व कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ संयुक्त रूप से 18 रैली करेंगी। कुछ रैलियों में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह भी शामिल होंगे। जो आर्थिक तौर पर कांग्रेस के एजेंडे में शामिल योजनाएं की घोषणा करेंगे।
मायावती-अखिलेश एक साथ करेंगे मंच साझा
गौरतलब है कि यूपी में सपा-बसपा गठबंधन के बाद मायवती व अखिलेश पहली बार चुनावी मंच साझा करेंगे और 11 रैलियों को एक साथ संबोधित कर वोट मांगेंगे। इसके लिये दोनों पार्टी काम कर रही है। इसी के जवाब में कांग्रेस ने भी अपनी बड़ी रैलियों की रणनीति अब सामने कर दी है, जो मुकबले को दिलचस्प बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी।
15 से 18 बड़ी रैलियां करेंगी प्रियंका गांधी
यूपी में कांग्रेस 15 से 18 बड़ी रैली करेगी। जिसमें प्रियंका गांधी और राहुल गांधी संयुक्त रूप से मौजूद होंगे। वे कांग्रेस व अपने साथ गठबंधन करने वाले प्रत्याशियों के लिये वोट मांगेंगे। जिन स्थानों पर यह बड़ी रैली होगी, उसमें लगभग सभी ऐसे इलाके हैं, जो पूरे देश में लाइमलाइट में रहते हैं। इनमे प्रयागराज, लखनऊ, सहारनपुर, गाजियाबाद, बरेली, फतेहपुर सीकरी, अलीगढ़, फैजाबाद, बाराबंकी, कुशीनगर, प्रतापगढ़, कानपुर, उन्नाव, कुशीनगर, वाराणसी और झांसी लोकसभा क्षेत्र शामिल हैं।
रैली पूरे देश के लिए संदेश
लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी पर पूरे देश की नजर रहती है और कांग्रेस की नजर यूपी के सहारे पूरे देश पर है। यही वजह है कि कांग्रेस के लिये ब्रम्हअस्त्र कही जा रही प्रियंका को भी यूपी की ही जिम्मेदारी दी गयी है। साथ ही 18 बड़ी रैलियों का भी आयोजन यूपी में किया जायेगा। इन रैलियों से निकलने वाला संदेश पूरे देश में पहुंचाने व भुनाने के लिये भी कांग्रेस व्यापक इंतजाम करेंगी और इसके लिये विशेष तौर पर वार जोन तैयार किया जा रहा है।
अलग से काम करेंगी टीम
प्रियंका गांधी ने अपनी संयुक्त रैलियों को सफल बनाने व उसके प्रचार प्रसार से लेकर सोशल मीडिया पर वायरल करने के लिये विशेष तैयारी भी की है। इसके लिए सोशल मीडिया और प्रचार प्रसार से जुड़े दक्ष लोगों की टीम बनायी गयी है, जिनका काम कांग्रेस की हर रैली का संदेश पूरे देश में लोगों तक किसी न किसी माध्यम से पहुंचाना होगा। यह टीम रैली स्थल से लेकर दिल्ली में अपने वार रूम से सबकुछ कंट्रोल करेगी। वहीं, अधिक से अधिक जनता तक प्रियंका को पहुंचाना, इनका प्रमुख लक्ष्य तो होगा ही, राहुल के पीएम बनने को लेकर अभी तक शांत चल रही नीति को तेज किया जायेगा।
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