दरवेश यादव की हत्या के बाद हरिशंकर सिंह बने यूपी बार काउंसिल के अध्यक्ष
प्रयागराज। आगरा कचहरी में यूपी बार काउंसिल की अध्यक्ष दरवेश यादव की हत्या के बाद अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर उठा विवाद आखिरकार थम गया है। रिक्यूजीशन बैठक के बाद कुर्सी पर मची रार खत्म हो गयी है और हरिशंकर सिंह को सर्वसम्मति से अध्यक्ष मान लिया गया। दरअसल बार काउंसिल के अध्यक्ष पद के चुनाव में दरवेश व हरिशंकर सिंह को बराबर मत मिले थे। जिस पर यह फैसला हुआ था कि दोनों को अध्यक्ष पद पर छह-छह माह का कार्यकाल दिया जायेगा। जीत के बाद जश्न का दौर चल ही रहा था कि आगरा कचहरी में अध्यक्ष दरवेश यादव के साथी वकील मनीश ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। इसके बाद से बार काउंसिल के अध्यक्ष पद को लेकर रार मची हुई थी।
दोनों को मिले थे बराबर मत
प्रयागराज स्थित बार काउंसिल के मुख्यालय पर इस विवाद को लेकर बैठक का दौर शुरू हुआ था। रविवार को काउंसिल भवन में हुई रिक्यूजीशन बैठक में सर्वसम्मति से बड़ा फैसला लिया गया और हरिशंकर सिंह को ही अध्यक्ष माना गया। जानकारी देते हुये काउंसिल के सचिव रामचंद्र मिश्र ने बताया कि हरिशंकर सिंह का कार्यकाल 13 जून से ही प्रभावी माना जाएगा।
बढ़ गया था विवाद
दरवेश यादव की हत्या के बाद यूपी बार काउंसिल में अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज होने के लिए जमकर विवाद हो गया था। काउंसिल के अध्यक्ष व कार्यवाहक अध्यक्ष के बीच लगातार जोर आजमाइश शुरू हो गयी थी। दोनों इस कुर्सी पर अपने दावे करने लगे थे।
अब चुने गए हरिशंकर सिंह
हरिशंकर सिंह ने तो प्रेस कॉफ्रेस आयोजित कर साफ कर दिया था कि वह अध्यक्ष चुने गये हैं और समर्थन व कानून के साथ वह असली अध्यक्ष हैं। किसी भी कार्यवाहक की आवश्यकता नहीं है। दरवेश की दुखद मृत्यु के बाद कानूनन मेरा कार्यकाल ही बढ़ाया जायेगा और वह 11 माह 27 दिन का हो गया है।
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