कॉलेज में ड्रेस कोड लागू होने पर Aligarh में बोले सपा के पूर्व विधायक, 'बुर्के पर रोक लगाने वालों को...'
मुरादाबाद के हिंदू कॉलेज में उठे बुर्का विवाद पर अलीगढ़ के समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह भी कूद पड़े। उन्होंने कहा, 'बुर्का पहनकर आने पर छात्राओं को रोकने वालों को कपड़ा उतारक घुमाया जाए।'
Haji zameer ullah statement: मुरादाबाद के हिंदू कॉलेज में बुर्का पहनकर आईं छात्राओं को कॉलेज प्रशान ने गेट पर ही रोक दिया था, जिसके बाद बवाल मच हुआ है। बुर्का विवाद पर अब अलीगढ़ जिले के समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह (Haji zameer ullah) का विवाद बयान सामने आया हैं। उन्होंने कहा, 'बुर्का पहनकर आने पर छात्राओं को रोकने वालों को कपड़ा उतारक घुमाया जाए। तब उन्हें पता चलेगा कि बेपर्दिगी क्या होती हैं?'
इसके अलावा पूर्व विधायक हाजी जमीर अल्लाह ने कहा कि कॉलेज में बुर्का पहने पर रोक लगाना बिल्कुल गलत है। अगर लड़कियां कॉलेज में बुर्का पहनकर जाना चाहती हैं तो जाएं। बुर्के पर कोई पाबंदी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हिजाब हमारे हिंदुस्तान का कल्चर है, हिजाब हामरे यहां बहन बेटियां की आवाज है। पूर्व विधायक के बयान पर भाजपा नेता रूबिया आसिफ ने कहा कि उन्हें ऐसा बयान शोभा नहीं देता। कहा कि बुर्का पर स्कूल कालेज में प्रतिबंध होना चाहिए। स्कूल कालेज में बुर्का पहनने से हिंदू मुस्लिम एकता टूटती है। इससे पहचान होती है कि कौन हिंदू है और कौन मुसलमान है? स्कूल ड्रेस लागू होनी चाहिए।
जानिए
क्या
है
मुरादाबाद
से
शुरू
हुआ
बुर्का
विवाद?
बर्का
विवाद
मुरादाबाद
जिले
के
हिंदू
कालेज
से
शुरू
हुआ
है।
रिपोर्ट्स
के
मुताबिक,
01
जनवरी
से
हिंदू
कॉलेज
में
ड्रेस
कोड
लागू
किया
गया
था,
जिसके
बाद
से
सभी
छात्र-छात्राओं
को
ड्रेस
में
ही
कॉलेज
में
एंट्री
मिल
रही
थी।
18
जनवरी
की
सुबह
हिन्दू
कॉलेज
की
आठ
छात्राएं
बुर्का
पहन
कर
कॉलेज
पहुंचीं
थी।
इस
दौरान
उन्हें
महिला
प्रोफेसर
ने
रोक
लिया
था।
उनसे
कहा
गया
था
कि
ड्रेस
कोड
में
आएं,
इसके
बाद
ही
प्रवेश
दिया
जाएगा।
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समाजवादी
छात्र
सभा
ने
कॉलेज
गेट
पर
दिया
था
धरना
इस
घटना
की
जानकारी
मिलने
के
बाद
समाजवादी
छात्र
सभा
के
जिलाध्यक्ष
असलम
चौधरी
भी
वहां
पहुंच
गए
थे।
उन्होंने
आपत्ति
जताते
हुए
कॉलेज
गेट
पर
ही
धरना
शुरू
कर
दिया
था।
छात्राओं
ने
कहा
कि
ये
उनका
अधिकार
है
कि
वो
बुर्के
में
कॉलेज
जाएंगी।
पहले
बुर्के
में
आती
रही
हैं।
हंगामे
की
सूचना
मिलने
पर
कोतवाली
पुलिस
मौके
पर
पहुंच
गए।
पुलिस
के
दखल
के
बाद
मामला
शांत
हुआ।
जिसके
बाद
छात्राएं
चली
गईं
थी।