50 साल का सियासी सफर पूरा कर चुके शंकर सिंह वाघेला, 78 की उम्र तक इतने दल बदले
Gujarat News, अहमदाबाद। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने 78 साल की उम्र में अपने सियासी सफर का 5वां दल जॉइन कर लिया है। वह अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(राकांपा) की ओर से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि, राजनीति में पांच दशक पूरे कर चुके वाघेला पांच बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं। एक बार वह राज्यसभा सांसद भी रहे और 90 के दशक में वह सूबे के मुख्यमंत्री भी बने।
78 साल की उम्र में 5वां दल जॉइन करने तक का सफर
वाघेला ने मंगलवार को राकांपा(एनसीपी) प्रमुख शरद पवार की उपस्थिति में पार्टी में बतौर महासचिव जिम्मेदारी संभाली। राकांपा उनके सियासी करियर का 5वां दल है। 50 साल के सियासी करियर में उन्होंने भाजपा, राजपा, कांग्रेस और जनविकल्प पार्टी के जरिए अपनी अहमियत साबित की। अब आगामी चुनाव में प्रदर्शन के लिए राकांपा पार्टी के नेताओं को उन्हीं से बहुत उम्मीदें हैं।
राजपूत परिवार में जन्मे, आरएसएस में रहे
शंकर सिंह वाघेला का जन्म 21 जुलाई, 1940 को गांधीनगर के वासणा के राजपूत परिवार में हुआ था। उन्होंने गुजरात विश्वविद्यालय के मास्टर ऑफ आर्ट्स से स्नातक किया। इसके बाद 1964 में आरएसएस में चले गए। फिर 1969 में भारतीय जनसंघ में शामिल हो गए।
ऐसी पूरी कीं पंचवर्षीय पारियां
वाघेला 1977, 1989, 1991, 1999, 2004 में लोकसभा सांसद रहे और 1984 में राज्यसभा भी गए। 1996 में उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला। इसके अलावा 13वीं विधानसभा में विपक्ष की जिम्मेदारी भी ली।
100 उम्मीदवार उतारे, मगर एक भी नहीं जीता
1996 में भाजपा से बगावत करने के बाद, शंकरसिंह ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी की स्थापना की। फिर 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में बगावत कर दी। इसके बाद उन्होंने 2017 के चुनावों में गुजरात विधानसभा के चुनाव में 100 उम्मीदवार उतारे, लेकिन एक भी उम्मीदवार नहीं जीत सका। हालाँकि, अब लोकसभा चुनाव करीब हैं तो ऐसे में वह राकांपा में शामिल हो गए हैं। देखते है अब ये कद्दावर नेता एनसीपी के लिए क्या प्रदर्शन करते हैं।