Ambedkari Hasnuram: पंचायत चुनाव में ताल ठोकने वाले इस शख्स का दावा कर देगा हैरान
आगरा। उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव में एक से बढ़कर एक प्रत्याशी देखने को मिल रहे हैं। कहीं 81 साल की बुजुर्ग महिला ने ताल ठोकी है तो कहीं कोई सोना पहनकर अपनी पत्नी का नामांकन भरने पहुंचा। लेकिन आगरा में नामांकन के आखिरी दिन एक बेहद ही दिलचस्प प्रत्याशी ने पर्चा भरा। आगरा के खेरागढ़ के नगला दूल्हे गांव के रहने वाले हसनुराम अंबेडकरी चुनावी मैदान में उतरे हैं। खास बात ये है कि वह एक या दो बार नहीं, बल्कि 92 बार चुनाव लड़ चुके हैं। हसनुराम कहते हैं कि वह चुनाव जीतने के लिए नहीं हारने के लिए लड़ते हैं।
74 साल की उम्र में लड़ चुके हैं 92 चुनाव
हसनुराम अंबेडकरी का जन्म 1947 में हुआ था। वह 74 साल के हो चुके हैं। हसनुराम पेशे से मनरेगा मजदूर हैं। उनका दावा है कि वह 74 साल की उम्र में 92 चुनाव लड़ चुके हैं। उन्होंने बताया कि पहला चुनाव सन 1985 में लड़ा था। विधायकी के पहले चुनाव में अंबेडकरी हार गए, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने ग्राम प्रधान से लेकर राष्ट्रपति तक का चुनाव लड़ा। अंबेडकरी ने ग्राम पंचायत सदस्य का चुनाव हो या विधायक, सांसद हो या राष्ट्रपति का चुनाव, हर किसी में नामांकन दाखिल किया है।
जिला पंचायत के वार्ड 31 से चुनावी मैदान में उतरे
हसनुराम अंबेडकरी इस बार जिला पंचायत के वार्ड 31 से सदस्य के रूप में चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतरे हैं। चुनाव के लिए उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया है। हसनुराम का कहना है कि वह चुनाव जीतने के लिए नहीं, बल्कि हारने के लिए लड़ते हैं। हसनुराम ने बताया कि फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ा था और करीब 4200 वोट पाए थे। अंबेडकरी का कहना है कि अगर वह जिंदा रहे तो 2022 का विधानसभा चुनाव भी जरूर लड़ेंगे।
समाजसेवा में लगाते हैं कमाई का आधा हिस्सा
हसनुराम का कहना है कि वह जो भी कमाई करते हैं, उसमें से आधा समाजसेवा पर लगा देते हैं। हसनुराम का कहना है कि उनका उद्देश्य यही है कि वे चुनाव हारते रहें जिससे लोगों के बीच में ही हमेशा रहें। हसनुराम ने तंज कसते हुए कहा कि अगर वो चुनाव जीत गए तो लोगों को पहचान भी नहीं पाएंगे। बता दें, इससे पहले कानपुर में 3 मार्च को पर्चा दाखिल कर 81 साल की महिला ने सभी को चौंका दिया था। चौबेपुर के रूद्रपुर बैले गांव की रानी देवी ने बीडीसी का पर्चा दाखिल किया है।