Agra : बच्ची की मौत पर चेक देने पहुंचे मंत्री, बोले - 'लेना है तो लो, मैं दूसरे टाइप का नेता हूं'
Agra building collapse : प्रदेश सरकार की ओर से मृत बच्ची के परिजनों को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा का ऐलान भी किया गया। पीड़ित परिवार के पास पहुंचे मंत्री जी कहते हैं कि ये चेक चाहिए या नहीं ये बताओ।
बीते गरुवार को उत्तर प्रदेश के आगरा में एक दर्दनाक हादसा हो गया था। यहां धूलियागंज में एक मकान ढह गया था और उसके मलबे में दबकर एक बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई थी। वहीं अब इस मामले में जांचें चल रही हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी भी की गई है। साथ ही प्रदेश सरकार की ओर से मृत बच्ची के परिजनों को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा का ऐलान भी किया गया। जिसके चलते आज दो लाख रुपये का चेक लेकर कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय पीड़ित परिवार को देने के लिए पहुंचे, लेकिन उनकी बातचीत करने के लहजे ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।
"चेक
लेना
है
तो
लो"
-
कैबिनेट
मंत्री
योगेंद्र
उपाध्याय
पीड़ित
परिवार
के
पास
पहुंचे
मंत्री
जी
वीडियो
में
कहते
हुए
दिख
रहे
हैं
कि
"मैं
बहुत
दूसरे
टाइप
का
नेता
हूं,
सही
बात
भी
बोल
दूंगा
तो
फिर
आपको
बुरा
लगेगा।
क्यों
हो
रहा
था
ये
सब,
क्यों
आप
सब
लोगों
ने
हमसे
ये
कहा,
जब
इतना
बड़ा
कांड
हो
रहा
था
तब।
वो
खोद
रहा
है
और
आप
लोग
देख
रहे
हो।
उसको
जेल
भिजवा
दिया।
लेट
हो
रहे
थे
मंत्री
जी
आपको
बता
दें
कि
यहाँ
तक
तो
किसी
को
कुछ
ज्यादा
समझ
ही
नहीं
आया
कि
मंत्री
जी
ने
आखिर
अचानक
ये
क्या
कह
दिया।
लेकिन
इसके
बाद
जो
उन्होंने
कहा
उससे
पीड़ित
परिवार
काफी
आहत
दिखा।
उन्होंने
कहा,
"ये
चेक
चाहिए
या
नहीं
ये
बताओ,
नहीं
चाहिए
तो
कोई
बात
नहीं,
अभी
बात
कर
रहा
हूं,
आपकी
पीड़ा
से
हम
ज्यादा
पीड़ित
हैं।
मुझे
लखनऊ
पहुंचना
है
शाम
को
6
बजे
मुख्यमंत्री
की
बैठक
है
और
मैं
अभी
यहां
खड़ा
हूं।
वहां
लेट
पहुंचता
हूं
तो
लोग
यूं
देखने
लगते
हैं।"
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प्रभावित
लोगों
को
धर्मशाला
में
अस्थाई
रूप
से
विस्थापित
किया
जा
चुका
है
इसके
साथ
ही
मंत्री
ने
कहा
कि
घायलों
को
सरकार
द्वारा
निःशुल्क
इलाज
तथा
दुर्घटना
में
मकान
गिरने
से
प्रभावित
लोगों
को
डूडा
द्वारा
निर्माण
आवासों
में
से
आवास
दिलाए
जाने
हेतु
अपर
जिलाधिकारी
(नगर)
को
निर्देशित
किया
गया
है।
उन्होंने
बताया
कि
प्रभावित
लोगों
को
पास
ही
धर्मशाला
में
अस्थाई
रूप
से
विस्थापित
किया
जा
चुका
है
और
उनके
रहने
खाने
पीने
तथा
अन्य
मूलभूत
सुविधाएं
प्रशासन
द्वारा
उपलब्ध
कराई
जा
रही
हैं।
साथ
ही
अपर
जिलाधिकारी
(नगर)
अंजनी
कुमार
सिंह
ने
एडीए,
नगर
निगम,
लोक
निर्माण
विभाग,
नायब
तहसीलदार,
चौकी
प्रभारी,
टोरेंट
पावर
एवं
लेखपाल
की
मौके
पर
ही
टीम
गठित
कर
प्रभावित
मकानों
का
निरीक्षण
कर
आर्थिक
नुकसान
की
रिपोर्ट
शीघ्र
उपलब्ध
कराने
हेतु
निर्देशित
किया।
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