'पेशाब' वाले बयान पर पवार ने मांगी माफी
पुणे के इंदापुर गांव में एक सभा को संबोधित करते हुए अजीत पवार ने कहा कि एक आदमी 55 दिन से बांध से पानी छोडऩे की जिद किये बैठा है, भूख हड़ताल पर है, क्या यह सब करके उसे पानी मिल जायेगा। जब पानी है ही नहीं तो उसे मिलेगा क्या, क्या अब पेशाब करना शुरू दें.. वैसे बिना पानी के तो पेशाब भी नहीं होती है।
यही नहीं अजीत पवार की जुबान यहां भी नहीं रूकी उन्होंने बिजली की लोड शेडिंग के लिए भी कहा कि आज कल रात में दो बजे बिजली कट जाती है, जिसके कारण बच्चे ज्यादा पैदा हो रहे हैं, जब लोगों के पास कोई काम ही नहीं है तो यही करेंगे ना।
हालांकि किसानों पर और सूखा ग्रस्त लोगों पर पवार की टिप्पणी पर भारी घमासान मच गया है। हालत को बिगड़ते देखकर पवार ने यूं टर्न लिया और लोगों से माफी मांग ली है।
पवार ने कहा कि इंदापुर गांव में एक सभा के दौरान मेरे द्वारा की गई मेरी टिप्पणियां सूखा प्रभावित लोगों पर केंद्रित नहीं थी। यदि मैंने राज्य के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है तो इसका मुझे दुख है इसलिए मैं माफी मांगता हूं।