मुंबई में यूनिनॉर की सेवा खत्म, मोबाइल ग्राहक परेशान
यूनिनॉर के मेनेजिग डायरेक्टर ने अपने बयान में कहा है कि कोर्ट ने कम्पनी को अपनी सेवा तुरंत बंद करने का आदेश दिया है और सेवा जारी रखने के लिए कंपनी के पास अस्थाई लाइसेंस भी नहीं है। हमारे पास न्यायालय का आदेश मानने और परिचालन बंद करने के अलावा और कोई दूसरा रास्ता नहीं हैं।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी 2012 में यूनिनॉर के 22 लाइसेंस रद्द किए थे। कम्पनी में ज्यादा हिस्सेदारी रखने वाली दूरसंचार कम्पनी टेलीनॉर ने नवंबर 2012 में हुई स्पेक्ट्रम नीलामी में हिस्सा लिया था और 6 अलग-अलग सर्कलों के लिए स्पेक्ट्रम हासिल किया था।
सेवा बंद होने के बाद कंपनी ने मुंबई में अपने कर्मचारियों को भरोसा दिलाया है कि रोजगार के दूसरे अवसर तलाशने में मदद के साथ ही दूसरे सर्किलों में उन्हें समायोजित करने की कोशिश भी करेगी। यूनिनॉर की सेवा बंद होने के साथ ही कई लाख कर्मचारी भी बेरोजगार हो गए है।