कोयला घोटाले पर हंगामा, कल तक के लिए संसद स्थगित
गौरतलब है कि मंगलवार को भी संसद में इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ था। भाजपा ने इस कदर हंगामा किया था कि संसद की दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी। और कुछ ऐसा ही माहौल आज भी देखने को मिला। प्रधानमंत्री ने एनडीटीवी से बातचीत के दौरान कहा था कि वह इस मुद्दे पर सदन में बहस करने के लिए तैयार है, विपक्ष के हर सवाल का उत्तर देंगे।
भाजपा ने कोयला आवंटन मामले पर कांग्रेस के साथ बहस करने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। कांग्रेस ने भाजपा पर बहस से भागने का आरोप लगाया है। सूत्रों के अनुसार ऐसा बताया गया है कि पीएम जल्द की आवंटन के मामले पर संसद में बयान देंगे। आज भी संसद की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा और उसके समर्थित दलों ने जमकर हंगामा किया। भाजपा संसद में पीएम से इस्तीफा मांग रही है।
जाने क्या है कोयला आवंटन महाघोटाला
केंद्रीय सतर्कता आयोग ने एक रिपोर्ट पेश कर बताया था कि सन 2004-09 के बीच बिना निलामी के कोयला खदानों का आवंटन किया गया था, इस प्रक्रिया में निजी कंपनियों को ध्यान में रखकर फायदा पहुंचाया गया था। कैग की रिपोर्ट के आधार पर इस घोटाले को अब तक का सबसे बड़ा घोटाला बताया गया है। यह घोटाला 2जी घोटाले से 6 गुना बड़ा घोटाला है। जिस समय यह घोटाला हुआ उस समय कोयला मंत्रालय मनमोहन सिहं के हाथ में था।
बगैर निलामी की प्रक्रिया के औने-पौने दाम पर कुछ खास कंपनियों को लाइसेंस बाटे गये थे। इस घोटाले से करीब 100 बड़ी कंपनियों को फायदा पहुंचा है। यह तो केवल निजी कंपनियों का मुनाफा है लेकिन इस घोटाले में सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों को भी करोड़ों का लाभ पहुंचा है।