कांग्रेस प्रणब को बना सकती है पीएम!
आपको बता दें कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में यूपीए सरकार की तरफ से राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी कौन होगा इसका नाम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ही तय करेंगी। समिति ने सोमवार को सोनिया गांधी को इसके लिए अधिकृत कर दिया पर इस बाबत प्रस्ताव खुद प्रणब मुखर्जी ने पेश किया जिसके बाद कार्यसमिति ने प्रस्ताव को हरी झंड़ी दे दी। इससे कांग्रेस ही नहीं सभी दलों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि खुद राष्ट्रपति के उम्मीदवार के रूप में मीडिया में चर्चा पा चुके प्रणब मुखर्जी ने इस प्रस्ताव को क्यों पेश किया। सूत्र बता रहे हैं कि इससे कांग्रेस यह संदेश देना चाहती थी कि वे प्रणब दादा को राष्ट्रपति नहीं बनाने जा रही है क्योंकि उन्हें अभी राजनीति के मुख्यधारा में ही रखे जाने की पक्षधर है।
इसलिए माना जा रहा है कि कांग्रेस में प्रणब मुखर्जी का कद बढ़ना लगभग तय है, लेकिन अगर उन्हें राष्ट्रपति की दौड़ से बाहर किया जाता है तो राजनीतिक स्तर पर बड़े फेरबदल हो सकते हैं जिससे कांग्रेस के लोग भी अस्वीकार नहीं कर रहे हैं। पर कांग्रेस के एक दिग्गज ने प्रणब की तरफ से प्रस्ताव पेश को 2007 के राष्ट्रपति चुनाव के साथ जोड़ते हुए कहा कि उस समय भी जब प्रणब का नाम तेजी से आगे बढ़ा था तो उनसे ही बयान दिला दिया गया था कि वह राष्ट्रपति पद की दौड़ में नहीं हैं। इस दफा हालात थोड़ा अलग हैं, लेकिन बैठक में सोनिया के अलावा अन्य सदस्यों में से कोई भी यह प्रस्ताव ला सकता था। पर प्रणब द्वारा लाए गए प्रस्ताव से यह तो तय हो गया है कि प्रणब राष्ट्रपति तो नहीं बनने जा रहे हैं पर उन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी पर जरूर बैठाया जा सकता है। हालांकि इस मुद्दे पर कांग्रेस का कोई भी वरिष्ठ कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। पर चर्चा है कि कांग्रेस आलाकमान उन्हें इस भूमिका के लिए लगभग तैयार कर रही हैं। अब देखना है कि यह शुभ मुहुर्त कब आता है।