ईयर फोन ने ली तीन की जान, ट्रेन से कटे
इस बार ओखला इलाके में ईयरफोन लगाकर रेलवे ट्रैक पार कर रहे चार लोग ट्रेन की चपेट में आ गए। इसमें मथुरा निवासी शिब्बू, अलीगढ़ निवासी भूपेंद्र और जाकिर नगर निवासी सलवान की मौके पर ही मौत हो गई जबकि गंभीर रुप से घायल एटा निवासी असलम उर्फ रुकम को एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। असलम के शरीर में कई जगह फैक्चर आए हैं। अपराध और रेलवे के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त भैरों सिंह गुर्जर ने बताया कि सभी ईयरफोन लगाकर रेलवे लाइन पार कर रहे थे। माना जा रहा है कि ईयरफोन की वजह से ही हादसा हुआ है। निजामुद्दीन रेलवे थाना पुलिस जांच कर रही है।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ने बताया कि घटना ओखला रेलवे लाइन पर जसराम अखाडे़ के पास हुई। शिब्बू, सलवान, असलम, और भूपेंद्र हलवाई का काम करते थे। सभी की उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच है। चारों हरकेश नगर स्थित हलवाई की दुकान पर जा रहे थे। बताया जा रहा है कि दो लोगों ने कानों में ईयरफोन लगा रखा था, जबकि दो लोग इनके ईयरफोन को लगाकर सुन रहे थे। सभी जसराम अखाड़े के पास से रेलवे ट्रैक पार करने लगे। चारों लोग पहला ट्रैक पार कर गए। दूसरे ट्रैक पर आने पर पता लगा कि इस ट्रैक पर ईएमयू ट्रेन आ रही है। इससे चारों पहले वाले ट्रैक लौट आए। इस ट्रैक पर आते ही ईएमयू ने चारों को चपेट में ले लिया। जिससे शिब्बू, सलवान और भूपेंद्र की मौत हो गई।
भूपेंद्र का शव घटनास्थल से काफी दूर पड़ा हुआ था। मृतकों के कई अंग कट गए थे। ओखला रेलवे ट्रैक पर जसराम के अखाड़े के पास जिस जगह हादसा हुआ है वहां से एक दिन में हजारों लोग रेलवे लाइन को पार करते हैं। यह स्थान मथुरा रोड के बिल्कुल बगल में है और हरकेश नगर, ओखला फेस-एक और दो के लोग यहां से रेलवे लाइन को पार करते हैं। अगर लोग सड़क के रास्ते से हरकेश नगर जाए तो उन्हें कालकाजी मंदिर से होकर जाना पड़ेगा। कालकाजी मंदिर होकर जाने की दूरी करीब चार किलोमीटर पड़ती है। ऐसे में लोग इस दूरी से बचने के लिए रेलवे लाइन से आते-जाते हैं। ऐसे ही मोदी फ्लाईओवर की बगल में रेलवे लाइन को पार करते हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि चारों लोग ट्रैक से बहुत ही सटकर चल रहे थे। दो लोगों के पास मोबाइल था। दो अन्य लोगों ने उनके मोबाइल के ईयरफोन के एक हिस्से को लेकर अपने कानों में लगा रखे थे। ये लोग पहले ट्रैक को पार कर गए। इस दौरान पता चला कि ट्रेन आ रही है। जब चारों पहले वाले ट्रैक पर आए तो पहले वाले ट्रैक पर भी ट्रेन आ रही थी। इससे बचने का मौका नहीं मिला। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कुछ लोगों ने इनको आवाज लगाई थी मगर लगता है कि इन लोगों ने आवाज नहीं सुनी थी। चारों ईयरफोन लगाकर अपनी धुन में थे।