कांशीराम ने सरकारी सम्पत्ति की ही कर डाली वसीयत: कांग्रेस
यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात है। उन्होंने कहा कोई व्यक्ति अपनी निजी सम्पत्ति को अपने वसीयतनामे में शामिल कर सकता है, सार्वजनिक सम्पत्ति को नहीं, लेकिन इस मामले में तो सार्वजनिक उद्यानों में अपनी और मुख्यमंत्री की मूर्तियां ही खड़ी करने की वसीयत कर दी गयी। गौरतलब है कि राज्य विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश में जगह-जगह लगी मुख्यमंत्री की मूर्तियों को ढकवाने के चुनाव आयोग के फैसले की आलोचना करते हुए इसे कांशीराम की वसीयत के खिलाफ बताया था।
प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा के चुनाव घोषणापत्रा में गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले हर परिवार को एक गाय देने के एलान पर उन्होंने कहा कि यह पार्टी एक बार फिर धार्मिक उन्माद फैलाना चाहती है। आखिर उसने दूसरे राज्यों में ऐसा क्यों नहीं किया। अलवी ने मायावती द्वारा अपने 20 से ज्यादा मंत्रियों को बर्खास्त किये जाने और 100 मौजूदा विधायकों के टिकट काटने के कदम पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह विश्वास करने वाली बात ही नहीं है कि मुख्यमंत्री को पौने पांच साल तक अपने ही मंत्रियों की बेईमानी नजर नहीं आई। कांग्रेस प्रवक्ता ने बलात्कार पीडि़तों को नौकरी देने के सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के बयान की आलोचना की। उन्होंने कांग्रेस शासित दिल्ली और महाराष्ट की कानून व्यवस्था को उत्तर प्रदेश के मुकाबले बेहतर बताया।