उत्तराखंड में कांग्रेस, भाजपा फंसी भ्रष्टाचारियों के बीच
दोनों दलों को कुल 70 विधानसभा सीटों पर टिकट बंटवारे के दौरान 20 से 22 सीटों पर अपने नेताओं के बागी होने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा ने अभी तक अपने 22 नेताओं को निष्कासित किया था। इनमें उसके चार मौजूदा विधायक केदार सिंह फोनिया, राजकुमार, जी एल शाह और अनिल नौटियाल शामिल है। सत्तारूढ़ दल ने 36 नये चेहरों को चुनाव मैदान में उतारा है।
पार्टी ने अपने कुल 36 मौजूदा विधेयकों में से करीब 12 के टिकट काटकर राजनीतिक तूफान को जन्म दे दिया है। पार्टी ने सत्ता विरोधी लहर से बचने के लिए भी यह कदम उठाया है। संकट टालने के लिए भाजपा के रणनीतिकारों को कुछ असंतुष्ट नेताओं को मनाने में सफलता मिली है। इससे पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों को भी थोड़ी राहत मिलेगी। भाजपा का टिकट नहीं मिल पाने के बावजूद कुछ नेताओं ने चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय किया है। इससे पार्टी को काफी राहत मिली है।