बटला मुद्दे पर दिग्विजय-चिदंबरम आमने सामने
चिदंबरम ने इस बारे में संवाददाताओं द्वारा सवाल करने पर कहा कि शुरूआत से ही दिग्विजय सिंह का यही नजरिया रहा है। मैं उनके नजरिये का सम्मान करता हूं लेकिन हमारा निष्कर्ष यही है कि यह असली मुठभेड थी। उन्होंने कहा कि हर अधिकारी इस बात से सहमत था कि यह असल मुठभेड थी। गृह मंत्री ने कहा कि नजरियों में मतभेद हो सकता है लेकिन इस मामले को फिर से खोलने की कोई गुंजाइश नहीं है। उल्लेखनीय है कि बटला हाउस मुठभेड मसले पर आजमगढ में राहुल गांधी को विरोध का सामना करना पडा।
उनकी मौजूदगी में दिग्विजय कह गये कि मुठभेड फर्जी थी। उन्होंने कहा कि उनका हमेशा से मानना रहा है कि वह मुठभेड फर्जी थी और उन्होंने सरकार तथा गृह मंत्रालय से मामले की जांच कराने की दिशा में कोशिश की लेकिन नाकाम रहे। भाजपा ने इस विषय पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सरकार के अलग अलग मत को दो मुंही राजनीति करार देते हुए मांग की है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी इस बारे में अपनी चुप्पी तोड़ें और स्पष्टीकरण दें कि दिग्विजय सही हैं या चिदंबरम।