कुशवाहा के चलते एक और भाजपा नेता का पत्ता साफ
इस कारण कहीं विद्रोह प्रखर हो गया है तो कहीं विरोधियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया जा रहा है। कुशवाहा का विरोध करने से पार्टी से बाहर किये जाने वाले नये शिकार हैं, भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजपा) की प्रदेश इकाई के पूर्व अध्यक्ष और विधान पार्षद रहे रामाशीष राय।
जिनका कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने साफ तौर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय कटियार पर पैसा लेकर बाबूसिंह कुशवाहा को पार्टी में शामिल करने का आरोप लगाया था। इसका खामियाजा उन्हें पार्टी से निलम्बन के रूप में झेलना पड़ा है।
आपको बता दें कि लखनऊ में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में राय ने कहा कि शाही और कटियार ने पैसा लेकर कुशवाहा को भाजपा में शामिल किया। उन्होंने इस मामले की जांच कराए जाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच के लिए उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को पत्र लिखा है। जिसके चंद घंटो के बाद ही रामाशीष को पार्टी से बाहर जाने का फरमान सुनाया गया है।