सीएम के सामने सांसदों ने की गाली-गलौच
थोड़ी ही देर में बात कहासुनी से बढ़कर गाली-गलौच तक जा पहुंची। इस दौरान एक दूसरे को देख लेने की धमकियां भी दी गई। बाद में दोनों को शांत करने की कोशिश की और वहां से रैली में पहुंचे। गृहराज्यमंत्री इतने नाराज थे कि उन्होंने रैली को संबोधित भी नहीं किया और न किसी से बात की। नाराज गोपाल कांडा को रैली के बाद मुख्यमंत्री अपने साथ ही हेलीकॉप्टर में ले गए।
हम आपकों बता दें कि इससे पहले भी सांसद व गृहराज्यमंत्री के बीच सिरसा में एक कार्यक्रम से पहले गहमागहमी हो चुकी है। उस समय सीएम ने गृहराज्यमंत्री को लताड़ लगाई थी। सूत्र यह भी बता रहें है कि गोपाल कांडा के छोटे भाई गोङ्क्षबद कांडा ने एक बार फिर सांसद तंवर को घेर लिया और उनमें कहासुनी हुई। यह भी बताया जा रहा है कि कांडा बंधुओ ने सांसद को चेतावनी देते हुए मामला जरनैल सिंह के चुनाव से जोड़ दिया। अगर विवाद बढ़ा तो निश्चित तौर पर कांग्रेस को रतिया चुनाव का नुकसान हो सकता है। चंूकि जरनैल सिंह को टिकट सांसद ने दिलवाया है और उनकी जीत के लिए दिन-रात एक कर रखी है। विपक्षी दलों ने भी इस मामले को भुनाने की शुरूआत कर दी है।
कोई मतभेद नहीं है, विपक्षियों की साजिश- सीएम
इस मामले में रतिया में एक प्रेसवार्ता करके सीएम ने यह साफ करने की कोशिश की है कि दोनों नेताओं के बीच कोई मनमुटाव नहीं है। उन्होंने कहा कि विपक्ष संभावित हार से बौखला उठा है और अपनी खिझ मिटाने के लिए मिथ्या और आधारहीन दुष्प्रचार कर रहा है। सीएम ने यह भी कहा कि सुबह से शुरू होकर देर शाम तक सांसद अशोक तंवर, गृहराज्य मंत्री गोपाल काण्डा और वे स्वयं एक साथ चुनाव प्रचार कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि रतिया की जनता कांग्रेस को एक मौका देने का मन बना चुकी है और रैली में उमड़े जनसैलाब ने कांग्रेस की जीत पर मोहर लगा दी है। उन्होंने कहा कि मतदाता बहुत समझदार है और वो विपक्ष के किसी भी दुष्प्रचार के झांसे में नहीं आएगा।