शीलकालीन सत्र में चिदंबरम को नहीं बोलने देगी राजग
वो यह कि शीतकालीन सत्र में राजग ने गृह मंत्री पी चिदंबरम का बहिष्कार करने और महंगाई तथा कालाधन सहित भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर अन्य विपक्षी दलों से सदन में तालमेल करने का आज फैसला किया। राजग के कार्यकारी अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी के आवास पर संसद सत्र शुरू होने की पूर्वसंध्या पर इस गठबंधन की हुई बैठक में यह महत्वपूर्ण फैसला किया गया।
बैठक की समाप्ति के बाद राज्यसभा में भाजपा के उपनेता एसएस आहलुवालिया ने मीडिया से बताया कि मंहगाई पर वाम दलों के कार्यस्थगन प्रस्ताव नोटिस का राजग समर्थन करेगा, जबकि काले धन पर लालकृष्ण आडवाणी कार्यस्थगन प्रस्ताव रखेंगे, जिसका वाम दल समर्थन समर्थन करेंगे।
अहलुवालिया ने बताया कि 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में जितने दोषी तत्कालीन दूरसंचार मंत्री ए राजा थे, उतने ही दोषी तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम भी हैं। प्रधानमंत्री ने अपने सहयोगी दल द्रमुक के राजा का इस्तीफा तो ले लिया, लेकिन कांग्रेस के पी चिदंबरम का इस्तीफा नहीं लिया। राजग ने तय किया है कि वह संसद में चिदंबरम का बहिष्कार करेगा। आहलुवालिया ने कहा, हम चिदंबरम को संसद में बोलने की अनुमति नहीं देंगे। पूरा राजग उनका बहिष्कार करेगा। हम चिदंबरम के साथ वही करेंगे जो कांग्रेस ने राजग शासन में जार्ज फर्नान्डिस के साथ किया था।
लालकृष्ण आडवाणी की अध्यक्षता में उन्हीं के आवास पर हुई इस बैठक में राजग के संयोजक शरद यादव, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, राजनाथ सिंह, जसवंत सिंह, वैंकया नायडू, राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली, शिवसेना के मनोहर जोशी एवं अनंत गीते, जद यू के शिवानंद तिवारी, नितिन गडकरी, और अकाली दल के नरेश गुजराल शामिल थे।