अमर ने लिया सपा, बसपा और हज़ारे-पक्ष को आड़े हाथ
उन्होंने अन्ना हज़ारे पक्ष से उसके राजनीतिक हित जाहिर करने को कहा। जबकि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी और राकांपा प्रमुख शरद पवार की तारीफ करते नजर आये। सिंह ने नोट के बदले वोट मामले में भाजपा के बारे में कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया लेकिन अन्ना हज़ारे पक्ष के सदस्यों पर चुटकी ली।
राज्यसभा सदस्य ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मुलायम सिंह यादव यह बतायें कि वह सैफई के ही यादवों यानी मुलायम, रामगोपाल, अखिलेश या धमेंद्र यादव को क्यों मुख्यमंत्री पद पर देखना चाहते हैं। उन्हें आगामी चुनाव में बहुमत मिलने पर पूर्वांचल से किसी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की हिम्मत दिखानी चाहिये। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार को जब ममता बनर्जी या एम करुणानिधि आंख दिखाते हैं तो सपा नेता (मुलायम सिंह) समर्थन देने के लिये तैयार रहते हैं।
उन्होंने मायावती सरकार की भी आलोचना करते हुए कहा कि लखनऊ और नोएडा में पाको पर करोड़ों रुपये खर्च कर दिये जाते हैं लेकिन पूर्वांचल को सिर्फ 56 करोड़ रुपये का ही अनुपूरक बजट दिया जाता है। अन्ना हज़ारे पक्ष की आलोचना करने वाले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह और कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी पर कोई सीधी टिप्पणी करने से सिंह बचते नजर आये। उन्होंने कहा कि दिग्विजय बड़े नेता हैं और 10 वर्ष मुख्यमंत्री रहे हैं। मनीष तिवारी भी अभिजात वर्ग से हैं। लेकिन मैं अपनी हैसियत जानता हूं इसलिये इनके बारे में कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।