अपनी सुरक्षा को लेकर चिन्तित हुए नेता विधानसभा में हंगामा
कई विपक्षी सदस्यों ने इस मामले पर सदन में काफी शोरगुल किया और कहा उन्हें उनके परिवार को लगातार खतरा बना है। इन नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराने में पक्षपातपूर्ण व्यवहार कर रही है। सत्तारुढ़ बहुजन समाज पार्टी छोड़कर हाल ही में समाजवादी पार्टी में शामिल हुए भगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पण्डित भी अब बसपा ने भय खाने लगे।
उन्होंने कहा कि राज्य के एक अधिकारी ने उन्हें चुनाव बाद जेल भेजने की धमकी दी है। तमाम आपराधिक मामलों में लिप्त भगवान शर्मा ने भी खुद का निर्दोष बताया और बसपा सरकार पर फर्जी तरीके से फंसाने का आरोप लगाया। विवादों में घिरे मंत्री अवधपाल ङ्क्षसह ने भी अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा कि सपा के नेता उन्हें फंसाने साजिश कर रहे हैं। जमुना निषाद की पत्नी व सपा सदस्य रामरती देवी ने अपने पति जमुना निषाद की मौत की सीबीआई जांच की मांग की। रमारती ने मौजूदा सरकार के कुछ अधिकारियों से खुद की जान को खतरा बताया और आरोप लगाया कि बसपा सरकार ने ही उनके पति की हत्या करायी है।
निर्दलीय सदस्य रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैय्या ने विपक्षी दलों की सुरक्षा को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया और कहा कि विपक्षी सदस्यों को सुरक्षा के लिए एक ही गनर उपलब्ध कराया जाता है जबकि सत्तारुढ़ दलों के सदस्यों को कई सुरक्षाकर्मी दिये जाते हैं।
इस दौरान सपा के मु य सचेतक अंबिका चौधरी ने एटा जिले में हुए एक तिहरी हत्या में बसपा के एक मंत्री, उनके भाई व पुत्र की संलिप्तता की बात उठायी और मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की। नेता विपक्ष शिवपाल ङ्क्षसह यादव ने भी मंत्री की बर्खास्तगी की मांग की जिसका संसदीय कार्यमंत्री लाल जी ने विरोध किया। सुरक्षा को लेकर सदन में हुए हंगामें पर संसदीय कार्य मंत्री लालजी वर्मा ने कहा कि सरकार जरुरत के अनुसार ही सुरक्षा उपलब्ध कराती है।