बालकृष्ण पर मामला दर्ज, देश छोड़कर नहीं जा सकेंगे
फर्जी प्रमाणपत्र बनाने के मामले में बालकृष्ण के खिलाफ पासपोर्ट एक्ट की धारा 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है। अगर इस मामले में उन पर आरोप साबित हो जाता है तो उन्हें 5 साल के लिए जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है। अभी तक की जांच में सीबीआई ने यह तो पता लगा ही लिया है कि बालकृष्ण की डिग्रियां फर्जी हैं। इसके अलावा बालकृष्ण ने इनके सहारे पासपोर्ट भी बनवाया था। बालकृष्ण के पास वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से इंटरमीडिएट बीए की डिग्रियां थीं। सीबीआई ने इसकी जांच कुलपति से कराई थी जिसमें यह डिग्रियां फर्जी निकली।
काले
धन
और
भ्रष्टाचार
मामले
पर
दिल्ली
के
रामलीला
मैदान
पर
आंदोलन
करने
वाले
बाबा
रामदेव
के
समर्थक
बालकृष्ण
की
नागरिकता
को
लेकर
भी
अब
सवाल
खड़े
हो
गए
हैं।
पहले
जब
सरकार
ने
उनके
भारतीय
नागरिक
होने
पर
सवाल
उठाया
था
तो
बालकृष्ण
ने
कहा
था
कि
वे
भारतीय
नागरिक
हैं
और
उनकी
शिक्षा
भारत
में
ही
पूरी
हुई
है।
इसके
अलावा
उनका
जन्म
स्थान
हरिद्वार
है।
न्यूज चैनलों से बात करते हुए बालकृष्ण ने कहा था कि वे किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। उनको फसाने के लिए पूरा षणयंत्र रचा जा रहा है। काला धन और भ्रष्टाचार मामले पर सरकार जनता के मन में डर पैदा करना चाहती है इसलिए मेरे खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह के काम करके बाबा रामदेव के अभियान को कमजोर कर रही है।