इंडिया के 50 मोस्ट वांटेड अपराधियों में एक मुम्बई में
पिछले साल खान को पांच मामलों में गिरफ्तार किया गया था। खान का कहना है कि वह कभी पाकिस्तान नहीं गया। 2003 से 2004 के बीच वह मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में छिप कर रहा था। इसके बाद उसने धारावी में जरी का धंधा शुरू कर दिया। 10 मई 2010 को मुंबई एटीएस ने उसे कुर्ला से गिरफ्तार किया था। आर्म्स एक्ट के तहत खान पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
पाकिस्तान को सौंपी गई मोस्ट वांटेड की सूची पर खड़े हो गये सवाल
देश के गृह मंत्रालय द्वारा 50 मोस्ट वांटेड अपराधियों की सूची जारी की गई थी। इस माध्यम से भारत ने पाकिस्तान पर दबाव बनाया था कि यह सारे अपराधी पाकिस्तान में हैं। उस लिस्ट में वजहुल कमर खान का भी नाम था मगर वजहुल कमर खान का भारत में होना उस सूची पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। आपको बताते चलें कि सीबीई की वेबसाइट में जिन मोस्ट वांटेड अपराधियों के नाम है उनमें वजहुल कमर खान का भी नाम है।
भारत के प्रोपागेंडा का बन सकता है मजाक
भारत जिन बातों को लेकर पाकिस्तान पर बराबर दबाव बनाता रहता है मगर वजहुल कमर खान का भारत में होना पाकिस्तान के लिये प्लस प्वाइंट हो सकता है। सिर्फ एक इसी बात पर पाकिस्तान को मौका मिल सकता है और वह भारत के प्रोपागेंडा का मजाक बना सकता है।