भारतीय नौसेना ने 61 समुद्री लुटेरों को पकड़ा
नौसेना के एक प्रवक्ता ने सोमवार को बताया, "नौसेना के आईएनएस कल्पेनी जहाज ने लुटेरों के वेगा 5 जहाज को शनिवार रात नौ बजे बीच में ही रोक लिया था। इसमें 61 लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया गया और चालक दल के 13 सदस्यों को रिहा करा लिया गया।"
रिहा कराए गए नाविकों और गिरफ्तार लुटेरों को मुम्बई और कोच्चि लाया गया है। वैसे अब तक यह पता नहीं चल सका है कि वे किस देश से हैं। कुछ दिन पहले ही भारत ने कहा था कि वह समुद्रों के लिए निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय नियमों की हद में रहते हुए भारतीय महासागर में लुटेरों की गतिविधियों को रोकने के लिए नौसेना के नियमों में कुछ बदलाव कर रहा है।
इस कार्रवाई की विस्तृत जानकारी देते हुए प्रवक्ता ने कहा कि नौसेना के निगरानी यान डॉरनीयर को एमवी वेंकूवर ब्रिज से कुछ संकेत मिले थे। शुक्रवार को एमवी वेंकूवर ब्रिज पर लुटेरों ने हमला किया था। इस यान ने समुद्री इलाके में वेगा 5 को ढूंढ़ लिया था। नौसेना के यान को देखकर लुटेरों ने तुरंत वहां से भागने की कोशिश की थी।
शनिवार की रात कल्पेनी वेगा 5 के नजदीक था। अंधेरे में वेगा 5 से कल्पेनी पर हमला किया गया। जवाबी कार्रवाई में वेगा 5 में आग लग गई। नौसेना ने जहाज से 74 लोगों को सुरक्षित बचा लिया। इनमें 61 लुटेरे व 13 चालक दल सदस्य थे। मोजाम्बिक के इस वेगा 5 जहाज का 28 दिसम्बर को अपहरण कर लिया गया था। बाद में लुटेरे इसका इस्तेमाल करने लगे थे। लुटेरों के पास से 80 से 90 छोटे हथियार, राइफलें व कुछ भारी हथियार बरामद हुए हैं।