जेपीसी करे भ्रष्टाचार के सभी मुद्दों की जांच : भाजपा
कोलकाता/नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन सहित हाल के दिनों में हुए सभी घोटालों की जांच एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराने की मांग की। पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने एक बार फिर डा. मनमोहन सिंह को 'कमजोर प्रधानमंत्री' करार दिया।
भाजपा ने बुधवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की संपादकों के साथ होने वाली बातचीत में भ्रष्टाचार के सभी मुद्दों पर सफाई देने की मांग की। जबकि कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने आडवाणी का प्रधानमंत्री पर दिए गए बयान की तुलना पुराने ग्रामोफोन से की।
कोलकाता में मंगलवार को हुई पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी से भ्रष्टाचार और काले धन के मुद्दों पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने की मांग की। बैठक में एक प्रस्ताव भी पारित किया गया।
बैठक में पारित एक राजनीतिक प्रस्ताव में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से सभी घोटालों की जेपीसी से जांच कराने, एस-बैंड मामले में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और निजी कम्पनी देवास मल्टी मीडिया के बीच हुए करार पर प्रधानमंत्री से बयान देने की मांग की गई।इसके अलावा भाजपा ने महंगाई रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने और हाल ही में व्यापक स्तर पर हुए टेलीफोन टैपिंग मामले पर सरकार की ओर से आधिकारिक बयान जारी करने की मांग की।
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह संसद के बजट सत्र से पहले बुधवार सुबह अपने आवास 7 रेस कोर्स पर टेलीविजन चैनल के सम्पादकों के साथ मुलाकात करेंगे।आडवाणी ने कोलकाता में एक रैली को सम्बोधित करते हुए कहा, "कुछ दिनों पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और लोकसभा में सदन के नेता प्रणब मुखर्जी की अन्य दलों के नेताओं के साथ बैठक हुई थी। इस बैठक के बाद प्रणब ने जो कुछ भी कहा उससे लगता है कि सरकार 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले की जांच जेपीसी से कराने को तैयार है।"
उन्होंने कहा, "लेकिन राष्ट्रमंडल खेल घोटाले और आदर्श हाउसिंग सोसायटी घोटाले का क्या होगा। 2जी स्पेक्ट्रम की सिर्फ जेपीसी जांच हुई तो सारा दोष द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) पर थोप दिया जाएगा और कांग्रेस बच निकलेगी।"
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए आडवाणी ने एक बार फिर उन्हें इतिहास का सबसे कमजोर प्रधानमंत्री बताया।
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर मुझे तरस आती है, गुस्सा नहीं आता है। मैंने पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से लेकर अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों को देखा है लेकिन ऐसा कमजोर प्रधानमंत्री नहीं देखा है।"
आडवाणी ने कहा, "प्रधानमंत्री को यदि कमजोर कहा जाता है तो कई लोगों को बहुत गुस्सा आता है। जेंटलमैन होना अच्छी बात है लेकिन यह जेंटलमैन यदि कमजोर है और प्रधानमंत्री बन जाए तो वह कितना भी बड़ा भ्रष्टाचार क्यों न हो, वह कुछ नहीं कर सकेगा।"राजनाथ सिंह ने कहा, "कांग्रेस की प्रमुख नेता काले धन के मुद्दे पर चुप क्यों हैं? उनकी चुप्पी पर मुझे आश्चर्य होता है। वह प्रत्येक मुद्दे पर बोलती हैं।
भाजपा ने कहा कि घोटालों की श्रृंखला, बढ़ती महंगाई, सरकार और उसकी नीतियों के प्रति विश्वनीयता की कमी, संवैधानिक संस्थाओं के प्रति असम्मान, शासन की असफलता और सत्ताधारियों की चुप्पी के कारण राष्ट्रीय संकट सी स्थिति पैदा हो गई है और लोग खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं।
महंगाई के बारे में कहा गया कि मुद्रास्फीति की दर पिछले 24 महीनों में 15 से 18 प्रतिशत के बीच बनी हुई है। इसे काबू में करने के लिए आवश्यक कदम उठाने में सरकार विफल रही है। अपनी जिम्मेदारी से भागते हुए सरकार इसके लिए जमाखोरों और काला बाजारियों को दोषी ठहरा रही है।
प्रस्ताव में विदेशों में जमा काले धन को गम्भीर राष्ट्रीय महत्व का मुद्दा बताया गया है। इसमें कहा गया है कि सरकार आधे अधूरे मन से इसे वापस लाने की बात कर रही है। 2जी स्पेक्ट्रम, राष्ट्रमंडल खेल, आदर्श हाउसिंग सोसायटी और एस-बैंड से सम्बंधित घोटालों का जिक्र करते हुए पार्टी ने कहा कि इन घोटालों से आम आदमी का विश्वास हिल गया है।
प्रस्ताव में कहा गया है, "इन घोटालों में कहां गड़बड़ी हुई है, किसकी क्या भूमिका रही है, सरकारी तंत्र कहां असफल हुआ, जैसे मामलों का पता सिर्फ जेपीसी ही लगा सकती है। इन घोटालों और सरकारी नीतियों के कारण विकास की प्रक्रिया ठप्प सी पड़ गई है। "
पार्टी की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) द्वारा लाल चौक पर तिरंगा फहराने के कार्यक्रम के दौरान लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली के साथ हुए व्यवहार को पार्टी ने गैरकानूनी बताया और इसे रोकने के लिए केंद्र व जम्मू एवं कश्मीर की सरकार की कड़ी निंदा की।
भाजपा पर पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने नई दिल्ली में आडवाणी द्वारा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए कहा, "आडवाणी उस पुराने ग्रामोफोन रिकार्ड की तरह हैं जो एक ही बात को दोहराते रहते हैं। वह अभी भी प्रधानमंत्री पर वही पुराने आरोप लगा रहे हैं जिसे देश की जनता ने पिछले लोकसभा चुनाव में खारिज कर दिया था।"
उन्होंने कहा, "आडवाणी वरिष्ठ नेता है और व्यक्तिगत तौर पर मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं लेकिन वह उन्हीं आरोपों पर चिपके हुए हैं, जिसे देश की जनता पहले ही खारिज कर चुकी है।"
भाजपा की प्रवक्ता निर्मला सीतारमन ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बुधवार को पत्रकारों के साथ होने वाली बैठक में 2जी एवं एस बैंड स्पेक्ट्रम विवादों और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी स्थिति साफ करने की मांग की।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।