काहिरा में गोलीबारी, 5 मरे, सैकड़ों घायल (लीड-1)
काहिरा में पिछले 12 घंटों से चल रहे इस संघर्ष के दौरान गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं। लाखों प्रदर्शनकारी पिछले 10 दिनों से राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार से मुबारक के समर्थकों और विरोधियों के बीच संघर्ष शुरू हुआ। इससे पहले मुबारक ने सितम्बर में उनका कार्यकाल समाप्त होने तक इस्तीफा नहीं देने की बात कही थी।
बुधवार को घोड़ों और ऊंटों पर सवार मुबारक के समर्थक प्रदर्शनकारियों के बीच घुस गए और उन्होंने लाठियों से हमला शुरू कर दिया। मुबारक का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी पहले पीछे हटे लेकिन बाद में उन्होंने मुकाबला किया और कई घुड़सवारों को जमीन पर गिरा दिया। घुड़सवार बुरी तरह घायल हुए।
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई गईं है जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। बुधवार को मारे गए लोगों में एक सैनिक भी शामिल था।
तहरीर चौक पर प्रदर्शन में शामिल युवती सलमा ने कहा कि जब तक मुबारक और यह पूरी सरकार इस्तीफा नहीं देगी तब तक वह यहां से नहीं जाएंगी।
उन्होंने कहा, "मुबारक को युद्ध अपराधी माना जाना चाहिए क्योंकि वह निहत्थे लोगों पर हथियारबंद लोगों से हमला करवा रहे हैं।"
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक संघर्ष में अब तक 600 लोग घायल हुए हैं।
इस बीच मानवाधिकार संगठन ऐमनेस्टी इंटरनेशनल ने मिस्र में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर मुबारक के समर्थकों के कथित हमलों को रोकने में असफलता के लिए मिस्र की सेना की आलोचना की है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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