गुजरात की विरासत को पेश करती है 'पतंग'
बर्लिन, 3 फरवरी (आईएएनएस)। न्यूयार्क में रहने वाले भारतीय मूल के जयदीप पंजाबी और प्रशांत भार्गव अपनी फिल्म 'पतंग' के साथ इस साल के बर्लिनेल (बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव) पहुंचे हैं।
उनकी यह फिल्म अहमदाबाद के लोगों की कहानी बयां करती है। जयदीप और प्रशांत को उनकी इस फिल्म के लिए इस साल का सर्वश्रेष्ठ पहली फिल्म का 50,000 डॉलर का पुरस्कार मिलने की उम्मीद है।
फिल्म के लेखक व निर्देशक भार्गव ने आईएएनएस को बताया, "मैंने अहमदाबाद के गौरव को बड़े पर्दे पर लाना चुना। मैं दंगों पर या वहां के स्थापत्य पर फिल्म नहीं बनाना चाहता था बल्कि अहमदाबाद की जीवंत विरासत को पर्दे पर उतारना चाहता था, वहां रहने वाले लोगों को दिखाना चाहता था।"
इस फिल्म के निर्माण में छह साल का समय लगा। भार्गव के लिए घृणा और हिंसा के शिकार बने गरीब बच्चों के लिए कार्यशालाएं आयोजित करने का अनुभव सबसे अच्छा रहा। गुजरात में 2002 में भड़की सांप्रदायिक हिंसा में अहमदाबाद बुरी तरह प्रभावित हुआ था।
भार्गव कहते हैं, "इन बच्चों ने अपने बचपन में भारी विपत्ति का अनुभव किया लेकिन उनके चेहरे पर मुस्कान और खुशी बनी रही। बच्चों ने फिल्म में इतना अच्छा काम किया है कि उन्होंने पेशेवर कलाकारों को पीछे छोड़ दिया है।"
कॉरनेल विश्वविद्यालय से स्नातक भार्गव इससे पहले लघु फिल्म 'संगम' बना चुके हैं। सूडान फिल्म महोत्सव में इसका प्रदर्शन हुआ था।
'पतंग' सम्पत्ति और रिश्तों के विवादों में उलझे भार्गव के ही परिवार की कहानी है। अमेरिका में पले-बढ़े भार्गव जब पहली बार अहमदाबाद गए तो उन्हें वहां के लोगों की सरलता और उनके गौरव ने आकर्षित किया।
बर्लिनेल महोत्सव 10 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। महोत्सव में 'पतंग' की दुनियाभर की 38 अन्य फिल्मों से प्रतियोगिता होगी।
महोत्सव में 12 फरवरी को 'पतंग' का प्रदर्शन होगा। यह इस साल बर्लिनेल में शामिल हुई अकेली भारतीय फिल्म है। महोत्सव का समापन 20 फरवरी को होगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।