संसार की उत्पत्ति का रहस्य खोलेगा सुपरकम्प्यूटर
सुपरकम्प्यूटर एससीआईएएमए का निर्माण 1,000 डेस्कटॉप को जोड़कर किया गया है। इसे पोर्ट्समाउथ विश्वविद्यालय में लगाया गया है।
इस सुपरकम्प्यूटर में प्रति सेकेंड एक अरब गणनाएं हो सकती हैं। इसका निर्माण आकाशगंगा और गुरुत्वाकर्षण के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने में किया जाएगा।
विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्मोलॉजी एंड ग्रेविटेशन के वैज्ञानिक इस सुपर कम्प्यूटर के सहारे ब्रह्मांड की एक प्रतिकृति तैयार करेंगे, अरबों आकाशगंगाओं की विशेषताओं का पता लगाएंगे और जटिल खगोलीय सवालों का समाधान ढूंढेंगे।
संस्थान के वरिष्ठ प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ ग्रे बर्टन, जिन पर इस सुपर कम्प्यूटर की जिम्मेदारी होगी, ने कहा कि हमें उपग्रहों, दूरबीनों और अन्य उपकरणों से रोज असंख्य आंकड़े हासिल होते हैं। इनके विश्लेषण के लिए इस स्तर का सुपर कम्प्यूटर जरूरी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।