गुजरात की गुलबर्ग सोसाइटी का दौरा करेंगे न्यायाधीश
अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद स्थित एक निर्दिष्ट अदालत के न्यायाधीश उस सांप्रदायिक दंगा स्थल का 2 अक्टूबर को दौरा करेंगे, जिसमें कांग्रेस सांसद एहसान जाफरी सहित 69 लोगों की मौत हो गई थी। यह दंगा साल 2002 में हुआ था।
न्यायाधीश बीयू जोशी ने कहा कि गवाहों के बयान तो दर्ज किए जा चुके हैं, लेकिन अभी तक दंगा स्थल का निरीक्षण नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि मामले से जुड़े विभिन्न पक्षों के वकील भी कुछ तथ्य जुटाने के लिए गुलबर्ग सोसाइटी दंगा स्थल का दौरा करेंगे।
इससे पहले पहली अगस्त को गुजरात उच्च न्यायालय ने कुछ पीड़ितों एवं गवाहों द्वारा दायर उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें न्यायाधीश द्वारा 'पक्षपात' की आशंका जतते हुए मामले को निर्दिष्ट अदालत से अन्य निचली अदालत में स्थानांतरित करने की मांग की गई थी।
याचिकाकर्ता इम्तियाज खान पठान एवं अन्य ने आरोप लगाया कि न्यायाधीश जोशी पक्षपात कर रहे हैं और गवाहों के बयान के प्रति उनका रवैया असहानुभूतिपूर्ण है। ऐसे में उन्हें अदालत द्वारा 'अन्याय' होने की आशंका है।
उल्लेखनीय है कि गुलबर्ग सोसाइटी नरसंहार मामले की सुनवाई के लिए उच्च न्यायालय ने जोशी का चयन किया है। अहमदाबाद सत्र न्यायालय द्वारा याचिका खारिज कर दिए जाने के बाद याचिकाकर्ताओं ने उच्च न्यायालय की ओर रुख किया था।